नई दिल्ली, 22 फरवरी (आईएएनएस)। दूरसंचार मंत्री मनोज सिन्हा ने गुरुवार को कहा कि सरकार की दो सरकारी दूरसंचार कंपनियों भारत संचार निगम लि. (बीएसएनएल) और महानगर टेलीफोन निगम लि. (एमटीएनएल) के विलय की वर्तमान में कोई योजना नहीं है।
यहां एक समारोह से इतर मंत्री ने कहा कि सरकार दोनों संस्थाओं के विलय पर सहमत नहीं है, लेकिन यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रही है कि दोनों सरकारी संस्थाओं में भागीदारी बढ़े, जिसका दोनों को फायदा मिले।
सिन्हा के टिप्पणी के हवाले से दूरसंचार सचिव अरुणा सुंदराजन ने कहा, “दोनों संगठनों को साथ लाने का विचार और क्या यह वास्तव में विलय होगा, इस पर विचार किया जा रहा है।”
दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने गुरुवार को सात सरकारी कंपनियों (पीएसयू) के बीच तालमेल बढ़ाने की ‘रणनीतिक योजना’ की घोषणा की थी, जिसमें बीएसएनएल और एमटीएनएल का नाम भी शामिल है।
डीओटी के मुताबिक, उसके अंतर्गत आनेवाले संगठन और सरकारी कंपनियों तालमेल के साथ काम करेंगे तथा ‘रणनीतिक योजना’ की सिफारिशों को लागू करने के बाद विभिन्न व्यापारिक अवसरों का लाभ उठाने में सक्षम होंगे।
सिन्हा ने कहा, “हमने विभिन्न क्षेत्रों की पहचान की है, हमारी टीम इस पर काम कर रही है, जिसमें तालमेल बनाकर कार्यबल को प्रशिक्षण देने का काम, कानूनी मुद्दों का निपटारा और खाली स्थानों का उपयोग किया जाएगा।”