बीआई ने कार्यकारी समिति की दूसरी बैठक के समापन के बाद यह घोषणाएं कीं।
देश का पहला मुक्केबाजी लीग टूर्नामेंट आईएसबी मुक्केबाजों को अपना कौशल दिखाने वाला मंच मुहैया कराने के साथ-साथ देश में इस खेल की लोकप्रियता बढ़ाने वाला भी साबित होगा।
अभी यह लीग सिर्फ पुरुष मुक्केबाजों के लिए शुरू किया गया है, जिसमें वे भारवर्ग के तहत हिस्सा ले सकेंगे और नियमित वेतन के साथ-साथ इनामी राशि के भी हकदार होंगे।
आईएसबी वर्ल्ड सीरीज ऑफ बॉक्सिंग के लिए क्वालीफाइंग टूर्नामेंट होगा और इसके तहत भारतीय मुक्केबाजों को विश्व चैम्पियनशिप और ओलम्पिक में सीधे प्रवेश करने का मौका मिलेगा।
रैंकिंग प्रणाली के अंतर्गत बीआई की कोर कमिटी एक सारणी तैयार कर रही है, जिसमें विभिन्न राज्यस्तरीय, क्षेत्रीय, राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले भारतीय मुक्केबाजों को उनके प्रदर्शन के आधार पर वरीयता दी जाएगी।
रैंकिंग प्रणाली का उद्देश्य प्रतिभा का सही मूल्यांकन और पारदर्शिता लाना है तथा शीर्ष वरीय मुक्केबाज को देश का प्रतिनिधित्व करने का मौका प्रदान करेगा।
बीआई के अध्यक्ष संदीप जाजोडिया ने कहा, “मुक्केबाजी, मुक्केबाजों और देश हित को ध्यान में रखते हुए यह निर्णय और खेल में बड़ा सुधार बहुत जरूरी हो गया था। आईएसबी की शुरुआत इन सुधारों की ही एक कड़ी है जो मुक्केबाजी में एक नई अर्थव्यवस्था लाएगी।”
जाजोडिया ने कहा, “इन सुधारों का उद्देश्य भारतीय मुक्केबाजों को अधिक से अधिक अवसर और अपनी प्रतिभा दिखाने का मंच मुहैया कराना और अंतर्राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में बेहतर प्रदर्शन के लिए तैयार करना है।”