पटना, 16 फरवरी (आईएएनएस)। बिहार में अपराध की बढ़ती घटनाओं और राजनीतिक विरोधियों की हत्या के खिलाफ मंगलवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने ‘आक्रोश मार्च’ निकाला। इस क्रम में पटना के आर ब्लॉक के पास राजग नेताओं और कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस को पानी की बौछारें करनी पड़ीं। राजग नेताओं ने इसे सरकार को विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया।
पटना में आक्रोश मार्च भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यालय से प्रारंभ होकर शहीद स्मारक की ओर जाना था। इसी क्रम में आर ब्लॉक के पास पुलिस ने आक्रोश मार्च रोक दिया। इससे नाराज राजग कार्यकर्ता हंगामा करने लगे। पुलिस ने कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की।
आक्रोश मार्च में शामिल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे लोगों को रोकने के लिए सरकार पानी की बौछारें कर रही है, परंतु अपराधियों के पकड़ने में वह विफल है।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में आज आम जनता आक्रोश मार्च में शामिल होकर सरकार का विरोध कर रही है।
इस आक्रोश मार्च में लोकजनशक्ति पार्टी (लोजपा) के सांसद चिराग पासवान, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार, नंदकिशोर यादव, विधायक नीतिन नवीन समेत बड़ी संख्या में लोजपा और भाजपा के कार्यकर्ता शामिल हुए।
रोहतास में सासाराम समाहरणालय के पास राजग कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है और आक्रोश मार्च निकाला। हाजीपुर में राजग कार्यकर्ता समाहरणालय का गेट तोड़कर घुस गए और सरकार विरोधी नारे लगाए।
पूर्णिया में जिला स्कूल के पास से आक्रोश मार्च निकाला गया, जो आऱ एऩ चौक तक गया। बेगूसराय, गया, पूर्वी चंपारण में भी राजग में शामिल दलों द्वारा आक्रोश मार्च निकाला गया।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को भाजपा उपाध्यक्ष विशेश्वर ओझा की भोजपुर में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जबकि गुरुवार को सारण में भाजपा नेता केदार सिंह की हत्या कर दी गई थी। कुछ दिन पूर्व राजधानी पटना में लोजपा नेता बृजनाथ सिंह की आधुनिक हथियार से अंधाधुंध गोलीबारी कर हत्या कर दी गई थी।