भागलपुर- बिहार के भागलपुर जिले में 11वीं कक्षा की एक छात्रा का अपहरण कर जबरन उसका धर्म परिवर्तन कराने और निकाह करने के एक मामले के विरोध में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के मंगलवार को भागलपुर बंद का मिलाजुला असर देखा गया। बंद के दौरान सुबह से ही बाजार की दुकानें बंद रहीं। कई स्थानों पर बंद समर्थकों ने बंद करवाने के लिए सड़क पर उतरे। इस दौरान कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए। रेलवे स्टेशन पर भी बंद समर्थकों ने हंगमा किया तथा कुछ समय के लिए रेल पटरी जाम कर दी। भागलपुर के महाविद्यालयों को भी बंद समर्थकों ने जबरन बंद करवा दिया। बंद समर्थक इस मामले में आरोपियों की गिरतारी की मांग कर रहे हैं।
भागलपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने कहा कि बंद को लेकर सुरक्षा के तगड़े प्रबंध किए गए थे। कुछ स्थानों पर बंद समर्थकों के साथ पुलिस के झड़प की भी सूचना है। उन्होंने बताया कि बंद के मद्देनजर पुलिस द्वारा 15 वीडियोग्राफरों को तैनात किया गया।
पुलिस के अनुसार, भागलपुर जिले के मिरजानहाट थाना के सनोखर गांव की रहने वाली एक लड़की का 30 अप्रैल को कथित रूप से अपहरण हो गया था। 11 मई को लड़की के परिजनों ने थाना में अपहरण का मामला दर्ज कराया, जिसमें शाहजंगी निवासी एक लड़के, उसके पिता, उसकी मां और उसकी बहन को आरोपी बनाया गया। पुलिस इस अपहरण कांड में आरोपी लड़के को गिरफ्तार कर लिया और उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया। अल्पव्यस्क होने के कारण लड़के को रिमांड होम भेजा गया।
पुलिस ने अदालत में लड़की बयान दर्ज करवाया था, जिसमें उसने कहा था कि वह लड़के से प्यार करती है और मर्जी से विवाह किया है।
इसके बाद लड़की ने लड़के तथा उसके परिजन पर धर्म परिवर्तन कर जबरन निकाह करने का आरोप लगाया। इस सिलसिले में लड़की और उसके परिजनों ने दो सितंबर को भागलपुर के पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है और एक आवेदन सौंपा है।
आवेदन में लड़की की मां ने कहा है कि लड़के और उसके परिजनों ने लड़की का जबरिया धर्म परिवर्तन कर निकाह कराया। लड़की के मना करने पर उसके साथ मारपीट की तथा जान से मार देने की धमकी दी गई।
लड़की ने कहा है कि न्यायालय में लड़के से प्यार करने का जो बयान दिया था वह डर के कारण दिया था।
भागलपुर के पुलिस अधीक्षक विवेक कुमार ने कहा कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है। अनुसंधान में सच्चाई आने पर सख्त कारवाई की जाएगी।