पटना, 20 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने यहां गुरुवार को बताया कि वित्त विभाग के नए निर्देश के बाद अब राज्य के करीब 4़5 लाख पेंशनरों व पारिवारिक पेंशन प्राप्त करने वालों को जीवन प्रमाणपत्र देने के लिए बैंक, पोस्ट ऑफिस व कोषागारों में घंटों कतार में खड़ा नहीं होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा लागू की गई ‘ई-जीवन प्रमाण’ प्रणाली के माध्यम से अब पेंशनर व पारिवारिक पेंशन पाने वाले अपना ई-जीवन प्रमाणपत्र ऑनलाइन दाखिल कर सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि पहले जीवन प्रमाणपत्र दाखिल करने के लिए सभी पेंशनरों व पारिवारिक पेंशनरों को प्रतिवर्ष नवंबर में बैंक, कोषागार या पोस्ट ऑफिस में सशरीर उपस्थित होकर यह प्रमाणित करना पड़ता था कि वे जीवित हैं। इसके लिए उन्हें घंटों कतार में खड़ा रहना और प्रतीक्षा करना पड़ता था। इससे बुजुर्ग पेंशनरों को काफी परेशानियां होती थीं।
मोदी ने कहा कि अब आधार आधारित डिजिटल जीवन प्रमाणपत्र के लिए पेंशनरों व पारिवारिक पेंशन पाने वालों को एक खास वेबसाइट के माध्यम से एप्लिकेशन डाउनलोड करना होगा, जिस पर वे फिंगर प्रिंट, आइरिस स्कैन कर आधार, बैंक खाता और मोबाइल नंबर दर्ज कर अपना जीवन प्रमाणपत्र प्राप्त कर लेंगे। यह पेंशन प्रदाता बैंक, कोषागार या पोस्ट ऑफिस के सिस्टम में चला जाएगा, जहां से वे संबंधित पेंशनर का जीवन प्रमाणपत्र प्राप्त कर उनकी पेंशन का भुगतान जारी रखेंगे।