पटना, 6 जून (आईएएनएस)। बिहार में पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए सरकार ने खास पहल करते हुए राज्य की ग्रामीण सड़कों के किनारे छायादार वृक्ष के पौधे लगाने का निर्णय लिया है। सरकार का मानना है कि इससे न केवल सड़कें हरी-भरी होंगी, बल्कि बिहार में पर्यावरण संतुलन करने में भी मदद मिलेगी।
ग्रामीण विकास विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विभाग के पांच किलोमीटर या उससे अधिक लंबी सड़कों के किनारे ही पौधे लगाए जाएंगे। ये पौधे पर्यावरण एवं वन व जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा किया जाएगा।
राज्य के मनरेगा आयुक्त सी़ पी़ खंडूजा ने इसके लिए सभी जिलाधिकारी और उपविकास आयुक्त को पत्र भेजकर 15 अगस्त तक हर हाल में पौधरोपण का कार्य समाप्त करने को कहा है।
ग्रामीण विभाग के अधिकारी ने बताया कि पांच किलोमीटर या उससे लंबी 1943 ग्रामीण सड़कों की पहचान कर ली गई है। मनरेगा से चयनित 1943 सड़कों की कुल लंबाई 5754़72 किलोमीटर है। पहले चरण में इस वित्तीय वर्ष में आधी सड़कों के किनारे पौधे पगाए जाएंगे, जबकि अगले साल अगले चरण का कार्य होगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल 13 दिसंबर को बिहार विकास मिशन के शासी निकाय की बैठक में ग्रामीण कार्य विभाग की सड़कों के किनारे पौधरोपण करने की योजना बनाई गई थी।
ग्रामीण कार्य विभाग का कहना है कि इससे सड़कों को होने वाले नुकसान से भी बचाया जा सकता है। ग्रामीण इलाकों में आवागमन की बेहतर सुविधा के लिए सभी टोलों और गांवों में वर्ष 2020 तक पक्की सड़क से जोड़ देने की योजना है।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट में दुनिया के 20 प्रदूषित शहरों में भारत के 13 शाहर शामिल हैं, और इसमें बिहार के पटना, गया और मुजफ्फरपुर शहर भी शामिल हैं।