पटना, 25 मार्च (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना में सोमवार को बिहार आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) की एक टीम ने दो बांग्लादेशी नागरिकों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया है। दोनों के पास से कई संदिग्ध कागजात बरामद हुए हैं। पुलिस दोनों लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस का दावा है कि दोनों के तार आतंकी संगठन से जुड़े हुए हैं।
राज्य के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि गुप्त सूचना के बाद एटीएस ने पटना रेलवे स्टेशन के पास घूम रहे दो बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा, “पकड़े गए दोनों आतंकी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन बांग्लादेश और इस्लामिक स्टेट बांग्लादेश के सक्रिय सदस्य हैं।”
दोनों गिरफ्तार लोगों की पहचान खैरूल मंडल और अबू सुल्तान मलिक के रूप में की है। दोनों बांग्लादेश के खुलना परगना के झनौदा जिले के महेशपुर थाना क्षेत्र के चापातल्ला गांव के रहनेवाले हैं।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इस संगठन के कई सदस्यों को बांग्लादेश की पुलिस ने आतंकी घटनाओं में संलिप्त होने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पुलिस के मुताबिक, ये दोनों बिना किसी पासपोर्ट, वीजा या वैध दस्तावेज के अवैध रूप से बांग्लादेश सीमा पारकर भारत में प्रवेश कर गए हैं। दोनों अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी भारतीय मतदातापत्र बनवाकर उसका इस्तेमाल कर रहे थे। ये दोनों देश के विभिन्न शहरों में अपने आतंकी संगठन में जुड़ने के लिए युवकों की तलाश कर रहे थे और बौद्ध धार्मिक स्थलों पर आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए रेकी कर रहे थे।
पुलिस के अधिकारी का दावा है कि दोनों युवक पिछले 11 दिनों से गया शहर में रह रहे थे। इन दोनों का सीरिया जाकर आतंकी संगठन आईएसआईएस के साथ मिलकर जेहाद में शामिल होने की योजना थी।
गिरफ्तार युवकों के पास से पुलवामा आतंकी घटना के बाद जम्मू-कश्मीर में अर्धसैनिक बलों की प्रतिनियुक्ति से संबंधी आदेशों की छायाप्रति, आईएसआईएस और अन्य आतंकी संगठनों के पोस्टर और पम्पलेट की छायाप्रति, तीन मोबाइल फोन, एक मेमोरी कार्ड, दो फर्जी भारतीय मतदाता पहचानपत्र व एक फर्जी पैनकार्ड के साथ ही नई दिल्ली से हावड़ा और गया से पटना तक का रेल टिकट व बस टिकट बरामद किए गए हैं।