पटना, 21 मार्च (आईएएनएस)। बिहार में चल रही मैट्रिक परीक्षा को कदाचारमुक्त बनाने के लिए शनिवार को भोजपुर जिले के दो विद्यालयों के समीप पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा। इधर, वैशाली जिले के महुआ में भी परीक्षार्थियों को नकल करा रहे अभिभावकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोलीबारी करनी पड़ी।
पुलिस के अनुसार, भोजपुर जिले के महिला कॉलेज और राजकीय कन्या उच्च विद्यालय परीक्षा केंद्र पर सुबह से ही बड़ी संख्या में अभिभावक जुटे थे।
भोजपुर के पुलिस अधीक्षक नवीन चंद्र झा ने बताया कि कई अभिभावक छात्रों को नकल कराने की कोशिश कर रहे थे। अभिभावकों को हटाने के लिए पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। उन्होंने कहा कि जिले के सभी परीक्षा केंद्र में परीक्षा शांतिपूर्ण चल रही है।
इधर, वैशाली जिले के वैशाली उच्च विद्यालय के पास अभिभावकों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हवा में गोली चलानी पड़ी। हालांकि पुलिस इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।
इधर, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को एकबार फिर दोहराया कि मैट्रिक परीक्षा में कदाचार को लेकर शुक्रवार को उच्चस्तरीय बैठक के बाद मुख्य सचिव ने जिले के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों से बात की है और परीक्षा के सफल संचालन का निर्देश दिया है।
उन्होंने विपक्षी दल पर निशाना साधते हुए कहा, “बोलने वाले तो कुछ भी बोलते रहते हैं।”
गौरतलब है कि मैट्रिक परीक्षा में कदाचार पर पटना उच्च न्यायालय ने संज्ञान लेते हुए गृह सचिव और पुलिस महानिदेशक से इस पर तुरंत रोक लगाने का आदेश दिया है।
उल्लेखनीय है कि बिहार के वैशाली जिले के एक हाईस्कूल में परीक्षार्थियों तक चिट पहुंचाने के लिए जान जोखिम में डालकर ऊंची-ऊंची दीवारों व खिड़कियों पर चढ़े अभिभावकों की तस्वीरें टीवी चैनलों, सोशल मीडिया व अखबारों में आने के बाद कदाचार को लेकर बिहार की किरकिरी हो रही है। शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने जब बयान दिया कि परीक्षा में कदाचार रोकना अकेले सरकार के बूते की बात नहीं है, तब एक वकील की याचिका पर उच्च न्यायालय ने आदेश जारी किया।