नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और बिहार के बाहुबली सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार का विकास करने का नीतीश कुमार का दावा झूठा है। उन्होंने अपने शासनकाल में भ्रष्ट अफसरों और माफियाओं की मदद करने के अलावा और कुछ नहीं किया।
नई दिल्ली, 17 सितंबर (आईएएनएस)। जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और बिहार के बाहुबली सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने कहा है कि बिहार का विकास करने का नीतीश कुमार का दावा झूठा है। उन्होंने अपने शासनकाल में भ्रष्ट अफसरों और माफियाओं की मदद करने के अलावा और कुछ नहीं किया।
लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से निष्कासित पप्पू यादव ने आईएएनएस से खास मुलाकात में कहा, “नीतीश ने कोई विकास नहीं किया है। उनके दावों में कोई सच्चाई नहीं है। भ्रष्टाचार चरम पर है। कानून व्यवस्था ध्वस्त हो गई है।”
यादव ने कहा, “नीतीश ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने हमेशा माफिया और भ्रष्ट नौकरशाहों की मदद की। इसी वजह से वह 10 साल से मुख्यमंत्री बने हुए हैं। उनकी राजनैतिक महत्वाकांक्षाओं का खामियाजा बिहार की जनता को भुगतना पड़ रहा है।”
चुनाव में भागीदारी के मुद्दे पर उन्होंने कहा, “हमने अभी तय नहीं किया है कि कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। मैंने छुद्र राजनीति के लिए नहीं, बल्कि बिहार की सेवा करने के लिए पार्टी बनाई है। बिहार को सरकारों ने बहुत लूटा है।”
पप्पू ने कहा कि लालू और नीतीश ने पहले जीतन राम मांझी का इस्तेमाल किया और फिर अपमानित कर किनारे कर दिया।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वह समाजवादी पार्टी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ मोर्चा बनाएंगे। उन्होंने कहा, “मेरा मुलायम सिंह जी से कोई वैचारिक विरोध नहीं है। मैं पूर्णिया से सपा सांसद रह चुका हूं। अगर सब कुछ सही रहा तो हम मोर्चा बनाएंगे। लेकिन, अभी कुछ तय नहीं हुआ है।”
हालांकि, राकांपा नेता तारिक अनवर ने कहा है कि सपा-राकांपा का गठजोड़ तय हो चुका है और पप्पू यादव इससे जुड़ने के लिए तैयार हैं।
इस मोर्चे के मुख्यमंत्री पद के दावेदार तारिक अनवर होंगे।
बाहुबली नेता ने कहा कि अगर वह सत्ता में आए तो कानून व्यवस्था सुधारने पर ध्यान देंगे और सात दिन के अंदर शराब की बिक्री बंद करा देंगे।
पप्पू ने खुद को बाहुबली कहे जाने पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा, “सिर्फ इसलिए कि मैं एक शाही यादव परिवार का हूं और बिहार के युवाओं की सेवा करता हूं, लोग मुझे बाहुबली कहने लगे। इससे मुझे निराशा होती है। मुझे नहीं मालूम कि लोगों ने मुझे यह खिताब क्यों दिया है। मैं जानना चाहता हूं कि क्या अन्य बड़े नेताओं के खिलाफ आपराधिक मामले नहीं हैं? क्या अमित शाह के खिलाफ नहीं हैं? फिर लोग उन्हें क्यों नहीं बाहुबली बुलाते।”
पप्पू यादव को पिछले साल मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता अजीत सराकर की हत्या के मामले में बरी किया गया था।
मणिपुर के लोगों के बारे में दिए अपने बयान पर कायम रहते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें मणिपुर में बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों पर हमला होते देख परेशानी होती है। एक ही देश में लोगों के साथ अलग-अलग व्यवहार नहीं हो सकता। अगर मणिपुर में हिंसा नहीं रुकी तो हम मणिपुर के लोगों को ट्रेनों से खींचकर निकालेंगे और वापस मणिपुर भेजेंगे।