पटना, 19 मई (आईएएनएस)। लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में बिहार की आठ सीटों पर रविवार को मतदान शंतिपूर्वक संपन्न हो गया। इसके साथ ही बिहार की सभी 40 लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। अंतिम चरण में 53 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
सातवें चरण में बिहार की 40 लोकसभा सीटों में से आठ सीटों नालंदा, पटना साहिब, पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, सासाराम, काराकाट और जहानाबाद के लिए मतदान हुआ। इन क्षेत्रों में करीब 1़ 52 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं के लिए 15,811 मतदान केंद्र बनाए गए थे।
राज्य निर्वाचन विभाग के मुताबिक, राज्य की इन आठ सीटों पर 53.55 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इन आंकड़ों में अभी कुछ वृद्घि हो सकती है। इनमें सबसे अधिक 57.74 प्रतिशत सासाराम लोकसभा क्षेत्र में मतदान हुआ, जबकि सबसे कम पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र में 43.54 फीसदी मतदान दर्ज किया गया है।
प्रारंभ में कुछ मतदान केंद्रों पर ईवीएम खराब होने की सूचना मिली थी, जिन्हें तुरंत दुरुस्त करवाकर मतदान प्रारंभ कर दिया गया। एक-दो स्थानों पर छोटी-मोटी घटनाओं को छोड़कर अभी तक कहीं से किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है।
इन क्षेत्रों से 157 उम्मीदवार चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे हैं। नालंदा लोकसभा क्षेत्र में सर्वाधिक 35 उम्मीदवार हैं, जबकि आरा में सबसे कम 11 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं।
इस चरण में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, अश्विनी चौबे, रामृकपाल यादव, आऱ के. सिंह, छेदी पासवान, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद की पुत्री मीसा भारती, राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह, कांग्रेस के शत्रुघ्न सिन्हा, मीरा कुमार, राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा जैसे दिग्गजों का राजनीति भविष्य ईवीएम में कैद हो गया।
इस चरण के मतदान के लिए सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए थे। सभी मतदान केंद्रों पर अर्धसैनिक बलों और बिहार सैन्य बल की तैनाती की गई थी। स्वच्छ एवं निष्पक्ष मतदान के लिए 81,000 से ज्यादा मतदानकर्मी तैनात किए गए थे।
सुरक्षा के मद्देनजर राज्य के इन आठ लोकसभा क्षेत्रों के 10 विधानसभा क्षेत्रों में चार बजे तक ही मतदान हुआ, जबकि अन्य क्षेत्रों में मतदाता छह बजे तक वोट डाल सके।
उल्लेखनीय है कि बिहार की 40 लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान होना था। 23 मई को मतगणना के बाद परिणाम घोषित किए जाएंगे।