इस्लामाबाद, 2 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान सीमा पर अपने एक विवादास्पद प्रवेशद्वार परिसर के पूरा हो जाने का ऐलान मंगलवार को किया।
इस्लामाबाद, 2 अगस्त (आईएएनएस)। पाकिस्तान ने अफगानिस्तान सीमा पर अपने एक विवादास्पद प्रवेशद्वार परिसर के पूरा हो जाने का ऐलान मंगलवार को किया।
इस प्रवेशद्वार को लेकर काबुल से राजनयिक स्तर पर तनाव और दोनों पड़ोसी देशों के सीमा बलों के बीच लंबे समय से गतिरोध बना हुआ था।
मीडिया में आईं खबरों के मुताबिक, तोरखम के पास ‘बाब-ए-पाकिस्तान’ प्रवेशद्वार परिसर का निर्माण कार्य इसी साल 12 जून को शुरू हुआ था। यह अब पूरा हो चुका है।
प्रवेशद्वार परिसर के निर्माण कार्य में अफगानिस्तान द्वारा बाधा डाला गया। इससे दोनों पड़ोसी देशों में तेजी से तनाव बढ़ा। इससे दोनों तरफ सीमा पर व्यापार और जनधन की हानि हुई।
पाकिस्तान का कहना है कि इस प्रवेश द्वार के जरिए उसका मकसद लोगों की आवाजाही पर नजर रखना है।
एक प्रवेशद्वार से लोग पाकिस्तान में दाखिल हो सकेंगे और दूसरे से लोगों को बाहर जाने की इजाजत होगी।
इससे पहले हजारों वाहन हर हफ्ते स्वतंत्र रूप से यहां से गुजरते थे। यह दोनों देशों के बीच व्यापार की खास जरिया बन गया था।
हालांकि दोनों पक्ष एक-दूसरे पर आतंकवादी संगठनों को पनाह देने और एक-दूसरे पर आंतकी हमले का आरोप लगाते रहे हैं।
अफगानिस्तान तालिबान आतंकियों के विद्रोह से आक्रांत है। वह पाकिस्तान पर आरोप लगाता है कि वह लड़ाकों को अपने इलाकों में पनाह दे रहा है। हालांकि पाकिस्तान इससे इनकार करता है।
इस 2,250 किलोमीटर लंबी सीमा को डुरंड रेखा के नाम से जाना जाता है। इसका सीमांकन भारतीय ब्रिटिश शासन के दौरान सर मार्टिमर डुरंड ने किया था।
अफगानिस्तान की पश्तून सरकारों के समय से ही यह सीमा विवादा दोनों देशों के बीच चल रहा है।
पाकिस्तान इस निर्माण से दोनों तरफ से सीमा विवाद का केंद्र बन गई है। अफगानिस्तान ने सीमा मुद्दे पर फिर से बातचीत की मांग की है। लेकिन पाकिस्तान ने इसे मानने से इनकार कर दिया है।