मुंबई, 4 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय शेयर बाजारों में लगातार तीन सप्ताह की गिरावट के बाद एक अप्रैल को समाप्त कारोबारी साप्ताह के दौरान सेंसेक्स में 2.91 प्रतिशत की मजबूती देखने को मिली।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों पर आधारित संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह (एक अप्रैल को समाप्त हुए सप्ताह) 801.55 अंकों यानी 2.91 प्रतिशत की तेजी के साथ 28,260.14 पर बंद हुआ, जबकि 27 मार्च को समाप्त सप्ताह में सेंसेक्स 27,458.64 पर बंद हुआ था।
भारतीय शेयर बाजार महावीर जयंती और गुड फ्राइडे के उपलक्ष्य में दो और तीन अप्रैल को बंद रहे।
इससे पहले 27 मार्च को समाप्त कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स में 802.44 अंकों यानी 2.83 प्रतिशत की गिरावट रही।
बाजार में यह गिरावट 13 मार्च को समाप्त कारोबारी सप्ताह के बाद से 27 मार्च तक जारी रही। इस दौरान सेंसेक्स 945.65 अंकों यानी 3.21 प्रतिशत तक टूट गया था, जो कि साल 2015 में सेंसेक्स का सबसे खराब प्रदर्शन रहा।
जायफिन एडवाइजर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी देवेंद्र नेवगी ने आईएएनएस को बताया, “कंपनियों के चौथी तिमाही के नतीजे कमजोर रहने के अनुमानों की वजह से बाजार में तेजी दर्ज हुई। कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट, महंगाई और आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं के कारण बाजार को बल मिला।”
नेवगी ने आगे कहा, “तीन दिनों तक लगातार गिरावट से लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बाजार अधिक आकर्षक हो गया।”
नेवगी के मुताबिक, हालांकि आरबीआई द्वारा ब्याज दरों में कौटती की उम्मीद कम है। लेकिन एक मजबूत नीतिगत बयान की उम्मीद बनी हुई है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) सात अप्रैल, 2015 को अपनी पहली द्विमासिक नीतिगत समीक्षा पेश करेगी।
कोटक सिक्युरिटीज के निजी ग्राहक समूह अनुसंधान के प्रमुख दीपेन शाह ने कहा, “बैंकिंग शेयरों में सर्वाधिक तेजी की वजह से बाजार लगभग तीन प्रतिशत की तेजी के साथ बंद हुआ।”
शाह ने कहा, “अधिकतर क्षेत्रों में लिवाली देखने को मिली। विशेष रूप से मझोले शेयरों में। सिर्फ सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में गिरावट रही, जहां एचसीएल टेक द्वारा उम्मीद से कमतर गाइडेंस की वजह से रुझान कमजोर रहा।”
जियोजिट बीएनपी पारिबास फाइनेंशियल सर्विसिस के फंडामेंटल रिसर्च प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि साप्ताहिक कारोबार के दौरान बेहतर पर्चेजिंग मैनेजर इंडेक्स (पीएमआई) की वजह से यूरोपीय बाजारों में मजबूत रुझान रहा।
नायर ने कहा, “उम्मीद के विपरीत बाजार की लंबी छुट्टियों से बाजार पर नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा। मार्च महीने में घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) का रुझान नकारात्मक रहा। डीआईआई ने एफएंडओ सहित बाजार में अधिक नकदी का निवेश किया।”
पिछले सप्ताह तीन कारोबारी दिवसों में बाजार में मजबूती रही। सेंसेक्स बुधवार को 302.65 अंकों यानी 1.08 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ। मंगलवार को सेंसेक्स में लगभग 120 अंकों की तेजी रही, जबकि 30 मार्च को बाजार 517.22 अंकों यानी 1.88 प्रतिशत की मजबूती के साथ बंद हुआ।
सेंसेक्स में बुधवार को सर्वाधिक मजबूती सन फार्मा में रही। यह (5.51 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 1,078.55 रुपये पर रहा। टाटा मोटर्स (2.65 प्रतिशत) मजबूती के साथ 564.55 रुपये पर रहा। भारतीय स्टेट बैंक (2.42 प्रतिशत) बढ़त के साथ 273.45 रुपये पर, आईसीआईसीआई बैंक (2.41 प्रतिशत) मजबूती के साथ 322.90 रुपये और हिंडाल्को इंडस्ट्रीज (2.32 प्रतिशत) बढ़त के साथ 132.15 रुपये पर रहा।
सेंसेक्स में सर्वाधिक गिरावट इन्फोसिस में देखने को मिली। इन्फोसिस (2.00 प्रतिशत) गिरावट के साथ 2,172.25 रुपये पर रहा। मारुति सुजुकी (1.53 प्रतिशत) गिरावट के साथ 3,642.55 रुपये पर, बीएचईएल (1.34 प्रतिशत) गिरावट के साथ 231.80 रुपये, गेल (1.09 प्रतिशत) कमजोरी के साथ 384.60 रुपये और सिप्ला (0.25 प्रतिशत) कमजोरी के साथ 709.45 रुपये पर रहा।