एक बार फिर गोदाम में रखा 35 पेटी तेल के पैकेट एक के बाद एक फटने लगे तो समूचा परिवार तेल को बटोरने में लगा रहा, पर पैकेटों के फटने का सिलसिला नहीं थमा।
सेना से रिटायर सुरेंद्र कुमार मिश्र ने विकास भवन के पीछे स्थित आवास में जनरल स्टोर की दुकान खोली। अर्से से कारोबार करते आ रहे सुरेंद्र की दुकान में बीते कुछ दिनों से अजीबो-गरीब हरकते होने लगी। उसने बताया कि शुरुआती दिनों में कभी चिप्स व कुरकुरे के पैकेट फटते तो कभी ब्रेड के पैकेटों में काटने जैसा चीरा लगा मिलता। इतना ही नहीं, आटा के सीलबंद पैकेट, कोल्ड ड्रिंक की बोतल फटने व छेद होने के बाद पूरा परिवार किसी अनहोनी की आशंका से डरा हुआ था।
इस बीच एक बार फिर आचनक गोदाम में रखी सीलबंद पेटी में एक-एक लीटर के रिफाइंड व तेल के पैकेट फट-फटकर बहने लगे। परिवार के लोग तेल बटोर कर तस्ले व अन्य बर्तनांे में भरते तभी दूसरे पेटी से तेल बहने लगता। अचानक एक के बाद एक सनसनी खेज घटनाआंे के बाद परिवार ने पूजा-पाठ का सहारा भी लिया पर, अजीबोगरीब हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
ताजा घटनाक्रम में पराग डेयरी से दर्जनों सीलबंद दही व दूध के पैकेट आए और कारोबारी ने उन्हें दुकान में रख दिया। थोड़ी देर में दूध के पैकेट भी फटने लगे और दही के कप के सील में छेद हो गए।
खास बात यह कि दुकान में पूरी तरह जांच पड़ताल के बाद भी किसी तरह का जानवर या कीड़ा आदि नहीं पाया गया है, जिससे इन सामानों के पैकटों के काटे जाने की बात सामने आए। वहीं चंद मिनटों में ही जिस तरह से सील पैकेट फट रहे हैं, उससे पूरे इलाके में इस रहस्यमय मामले की चचा हो रही है और लोग इसके अलग-अलग मायने निकाल रहे हैं।