लंदन, 27 जनवरी (आईएएनएस)। डोपिंग के दोषी पूर्व स्टार साइकिलिस्ट लांस आर्मस्ट्रांग ने कहा है कि डोपिंग और झूठ बोलने के कारण वह सार्वजनिक तौर पर बहुत बेइज्जती झेल चुके हैं और अब उन्हें माफ कर देना चाहिए। उन्होंने हालांकि अपने बर्ताव का बचाव करते हुए यह भी कहा कि वह इसे दोबारा कर सकते थे।
रिकॉर्ड सात बार के टूर डी फ्रांस खिताब जीतने वाले आर्मस्ट्रांग से डोपिंग का दोषी पाए जाने के बाद सारे खिताब छीन लिए गए और अमेरिकी डोपिंग रोधी एजेंसी ने 2012 में उन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया।
समाचार चैनल बीबीसी ने मंगलवार को आर्मस्ट्रांग के हवाले से कहा, “अगर मैं 2015 में प्रतिस्पर्धा करूं तो वह गलती में नहीं दोहराऊंगा, क्योंकि मुझे लगता है कि ऐसा नहीं करना चाहिए।”
आर्मस्ट्रांग ने हालांकि आगे कहा, “लेकिन अगर आप मुझे 1995 के दौर में दोबारा ले जाएं, जब डोपिंग बहुत व्यापक हो चुका था, तो मैं इसे फिर से करता।”
आर्मस्ट्रांग ने पेशेवर साईकिलिस्ट के तौर पर 1992 में करियर की शुरुआत की और 1993 में विश्व चैम्पियनशिप जीतकर नए चैम्पियन के रूप में उभरे। आर्मस्ट्रांग के लिए वर्ष 1996 बड़े सदमे वाला रहा वह कैंसर की चपेट में आ गए।
कैंसर से जिंदगी की जंग जीतकर आर्मस्ट्रांग ट्रैक पर सफल वापसी करने में तो कामयाब रहे, लेकिन इस बार डोपिंग ने उनका करियर और प्रतिष्ठा चौपट कर दी।
आर्मस्ट्रांग ने शुरुआत में अपने ऊपर लगे डोपिंग के आरोपों का पुरजोर विरोध किया, लेकिन अमेरिकी डोपिंग रोधी एजेंसी ने 2012 में आर्मस्ट्रांग के खिलाफ डोपिंग के अनेक साक्ष्य पेश किए, जिसके कारण आर्मस्ट्रांग को आजीवन प्रतिबंध झेलना पड़ा।