नई दिल्ली, 16 दिसंबर – विमानन कंपनी स्पाइसजेट पर तेल विपणन कंपनियों (ओएमसी) के बकाए का भुगतान करने के दबाव बीच मंगलवार को कंपनी की कई उड़ानों में देरी हुई। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे के एक सूत्र ने कहा कि ऐसा लगता है कि विमानों में ईंधन भरवाने में देरी होने के कारण उड़ानों में देरी हुई।
सूत्र ने कहा कि बाद में कंपनी ने विमानों में ईंधन भरवा लिया और उड़ानों का संचालन किया गया।
कंपनी ने कहा, “संचालन में कुछ तात्कालिक समस्याएं थीं। उड़ानों का संचालन अब चालू हो गया है।”
विमानन कंपनी बकाया भुगतान के लिए तेल कंपनियों और हवाईअड्डा संचालकों से कुछ वक्त मांग रही है।
ऐसी खबरें आई थीं कि भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और ओएमसी ने कंपनी को कैश-एंड-कैरी श्रेणी में डाल दिया है।
विमानन कंपनियां आम तौर पर शुल्क का भुगतान महीने के आधार पर करती हैं। लेकिन कैश-एंड-कैरी में उन्हें हवाईअड्डे पर हर बार सुविधाओं का इस्तेमाल करने के लिए भुगतान करना होता है।
स्पाइसजेट को सितंबर में समाप्त तिमाही में 310 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जो एक साल पहले समान अवधि में 560 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने अपने विमानों की संख्या घटाकर 26 कर दी है, जो इस साल के शुरू में 35 थी।
कंपनी के लेखापरीक्षक एसआर बाटलीबोई एंड एसोसिएट्स ने कंपनी के कारोबार में लाभकारी रूप से बने रहने की संभावना पर संदेह जताया है।