मुंबई, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। बंबई उच्च न्यायालय ने मंगलवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से महाराष्ट्र में पानी की समस्या रहते इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मैच राज्य में खेले जाने चाहिए या नहीं, इसको लेकर कुछ असहज सवाल पूछे हैं।
न्यायामूर्ति वी.एम. कानाडे और न्यायामूर्ति एम.एस कार्निक की खंडपीठ ने बीसीसीआई से पूछा है कि क्या वह पुणे में होने वाले मैचों को स्थानांतरित कर सकती है? वह मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना योगदान देगी? क्या आईपीएल में जितना पानी इस्तेमाल होगा, उतने ही पानी की आपूर्ति पुणे और इसके आसपास पानी की कमी से जूझ रहे गांवों में करने को वह तैयार है?
बीसीसीआई के वकील रफीक दादा ने उच्च न्यायालय को बताया कि उसने आईपीएल के मैचों के लिए स्टेडियमों में 40 लाख लीटर पानी की आपूर्ति की है। रफीक ने अदालत को बताया कि बीसीसीआई ने मुंबई और पुणे में होने वाले आईपीएल मैचों के लिए सीवेज का साफ किया पानी हासिल करने के लिए रायल वेस्टर्न इंडिया टर्फ क्लब (आरडब्ल्यूआईटीसी) से समझौता किया है।
दादा ने अदालत को बताया कि आईपीएल की फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब अपने नागपुर में होने वाले तीनों मैचों को मोहाली में स्थानांतरित करने को तैयार है।
दादा ने अदालत को बताया कि हर दिन सीवेजे के साफ किए गए पानी के सात-आठ टैंकर स्टेडियमों में भेजे जा रहे हैं।
अदालत ने आरडब्ल्यूआईटीसी से पुणे में होने वाले मैचों के लिए पानी की आपूर्ति को लेकर जवाब मांगा है।
आईपीएल के मौजूदा सत्र की शुरुआत नौ अप्रैल को मुंबई में हुई थी। मुंबई में अभी आठ और मैचों का आयोजन किया जाना है। वहीं पुणे में नौ और नागपुर में आईपीएल के तीन मैच खेले जाने हैं।
अदालत ने यह बात स्वयंसेवी संस्था लोकसत्ता मूवमेंट द्वारा दायर की गई जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान कही। याचिका में महाराष्ट्र में खेले जाने वाले आईपीएल मैचों को राज्य में फैली पानी की समस्या के चलते स्थानांतरित करने की मांग की गई है।
मामले की अगली सुनवाई बुधवार को होगी।