लखनऊ, 28 सितंबर – उत्तर प्रदेश में उपचुनाव के दौरान ‘लव जेहाद’ का मुद्दा सियासी दलों ने खूब गरमाने की कोशिश की। अभी भी ऐसे विभिन्न प्रकरणों को ‘लेव जेहाद’ का नाम दिया जा रहा है, लेकिन अब महिलाओं से जुड़े इस मामले में उप्र महिला आयोग ने ‘लव जेहाद’ शब्द पर कड़ी आपत्ति जताई है। महिला आयोग की उपाध्यक्ष सुमन यादव ने कहा है कि लव जेहाद शब्द का प्रयोग बंद होना चाहिए। विघटनकारी ताकतें इस शब्द का गलत उपयोग कर रही हैं। महिलाओं के लिए सम्मानजनक और मर्यादित शब्दों का प्रयोग होना चाहिए।
सुमन ने सोनभद्र में अपने ताजा बयान में कहा कि मीडिया को लव जेहाद जैसे और भी ऐसे शब्दों से बचना चाहिए, ताकि समाज में गलत संदेश न जाए। वहीं महिला उत्पीड़न को लेकर उप्र महिला आयोग को बेहद सक्रिय और प्रभावी बताया।
उन्होंने कहा कि महिला आयोग में चार तरह के मामले दर्ज किए जाते हैं। इसमें घरेलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, दुष्कर्म और अपहरण की घटनाएं शामिल हैं। इनसे जुड़े मामलों का त्वरित निस्तारण कर पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने का हरसंभव प्रयास हो रहा है। इसके लिए, मंडल और जिलास्तर पर समितियां गठित हैं। जहां कहीं अब तक गठन नहीं हो पाया है, वहां समितियों के गठन का कार्य जल्द ही पूरा हो जाएगा।
सुमन ने कहा कि प्रशासनिक अधिकारी महिलाओं को न्याय और अपराधियों को सजा दिलाएं। महिला आयोग की उपाध्यक्ष ने प्रत्येक माह के पहले बुधवार को महिला सुनवाई दिवस मनाने और महिलाओं के उत्पीड़न की समस्याओं के तत्काल निस्तारण के निर्देश भी दिए हैं।