कोलकाता, 16 सितंबर-पश्चिम बंगाल की दो विधानसभा सीटों पर कराए गए उपचुनाव में एक पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने जीत दर्ज करते हुए 15 वर्ष बाद वह विधानसभा में अपना प्रतिनिधि भेजने में कामयाब हुई है। सत्ता धारी तृणमूल कांग्रेस चौरंगी सीट पर कब्जा कायम रखने में कामयाब रही। 1999 में एक उपचुनाव में ही भाजपा ने विधानसभा में प्रवेश किया था, लेकिन उस समय उसका तृणमूल के साथ गठबंधन था।
मंगलवार को हुई मतगणना में बशीरहाट (दक्षिण) विधानसभा सीट पर भाजपा प्रत्याशी शामिक भट्टाचार्य ने जीत दर्ज की। भट्टाचार्य ने तृणमूल के प्रत्याशी और फुटबाल टीम के पूर्व कप्तान दीपेंदु बिस्वास को कड़े मुकाबले में 1,586 मतों से हराया।
24 परगना जिले की इस सीट से 2011 के चुनाव में वाम मोर्चा के प्रत्याशी और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नारायण मुखर्जी विजयी रहे थे। उनके निधन के बाद यहां उपचुनाव कराना पड़ा है।
राज्य में मोर्चा के पराजय के बावजूद मुखर्जी जीतने में कामयाब रहे थे, लेकिन इस बार माकपा प्रत्याशी मृणाल चक्रवर्ती तीसरे स्थान पर रहे जबकि कांग्रेस के असित मजुमदार चौथे स्थान पर रहे।
कोलकाता के मध्य में स्थित चौरंगी सीट पर नयना बंदोपाध्याय ने भाजपा के रीतेश तिवारी को 14,344 मतों से पराजित किया। बंदोपाध्याय तृणमूल संसदीय दल के नेता सुदीप बंदोपाध्याय की पत्नी हैं। कांग्रेस प्रत्याशी संतोष पाठक तीसरे स्थान पर रहे और माकपा प्रत्याशी फैयाज अहमद खान की जमानत जब्त हो गई।