कोलकाता, 8 जून (आईएएनएस)। भारत की पहली किन्नर प्रधानाचार्य मानवी बंद्योपाध्याय पश्चिम बंगाल के किन्नर विकास बोर्ड में शामिल की गई हैं। राज्य के एक मंत्री ने सोमवार को यह जानकारी दी।
इस बोर्ड में 13 सदस्य होंगे। बोर्ड का नेतृत्व राज्य की महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण मामलों की मंत्री शशि पांजा कर रही हैं। उन्होंने बताया कि मानवी बंद्योपाध्याय को इस बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
पांजा ने आईएएनएस से कहा, “हम उनसे गुरुवार को मिलेंगे और एक नीति तैयार करने के लिए किन्नरों के मुद्दों पर चर्चा करेंगे। हम सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के आधार पर विकास के लिए काम करेंगे।”
सेक्स रिएसाइनमेंट सर्जरी (एसआरएस) से संबंधित मामले भी बोर्ड द्वारा नियंत्रित किए जाएंगे। राज्य सरकार के मुताबिक, यह समिति थर्ड जेंडर के संपूर्ण विकास के लिए काम करेगी।
मानवी बंद्योपाध्याय ने पिछले माह कृष्णानगर महिला महाविद्यालय की प्रधानाचार्य नियुक्त किए जाने पर सुर्खियां बटोरी थीं। वह बोर्ड में अपना कार्यभार नौ जून को संभालेंगी।
इस वर्ष राज्य के प्रेसीडेंसी विश्वविद्यालय और जादवपुर विश्वविद्यालय ने दाखिले के लिए अपने फॉर्म में किन्नर के लिए भी एक कॉलम रखा है।
पिछले माह ही राष्ट्रीय स्तर पर ‘ट्रांसजेंडर’ व्यक्तियों के अधिकार विधेयक, 2014 को राज्यसभा से पारित किया गया।
45 साल में पहली बार राज्यसभा में सर्वसम्मति से एक निजी विधेयक पारित किया गया है। इस विधेयक में किन्नर समुदाय के लिए एक राष्ट्रीय आयोग और राज्य स्तरीय आयोग बनाने की परिकल्पना की गई है।