कोलकाता, 26 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल में पुलिस द्वारा एक महिला को क्रूरता के साथ यातना दिए जाने के कुछ दिनों बाद एक अन्य महिला ने आरोप लगाया है कि उसे निर्वस्त्र कर एक पेड़ से बांधा गया और पिटाई की गई। राज्य के दक्षिण 24 परगना में उसके साथ यह ज्यादती चोरी के आरोप में की गई।
पुलिस ने इस घटना के लिए सोमवार को एक व्यक्ति और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया। घटना जिले के बरुईपुर परगना के तहत आने वाले कुलटोली में घटी।
विपक्षी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने इस घटना में तृणमूल कांग्रेस की संलिप्तता का आरोप लगाया है, लेकिन सत्ताधारी पार्टी ने आरोपों का खंडन किया है।
महिला ने कहा, “मुझ पर चोरी का आरोप लगाया गया और संजीब मैती के नेतृत्व में एक समूह ने मुझे निर्वस्त्र कर एक पेड़ से बांध दिया और लाठियों से मेरी पिटाई की। उन्होंने लोहा गरम कर मुझे दागा भी।” पीड़िता ने पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई है।
भरतपुर परगना के पुलिस अधिकारी दीपक सरकार ने कहा, “हमने इस घटना के लिए मैती और उसकी पत्नी को गिरफ्तार किया है।”
राज्य के पूर्व मंत्री और माकपा नेता कांती गांगुली ने आरोप लगाया है कि इसमें तृणमूल के कार्यकर्ता शामिल रहे हैं।
गांगुली ने सोमवार को पीड़िता से मुलाकात करने के बाद कहा, “उसे निर्वस्त्र कर एक पेड़ से बांधने के बाद उसके साथ ऐसी ज्यादती की, जिसे बयान नहीं किया जा सकता। उसके साथ यह ज्यादती सिर्फ इसलिए की गई, क्योंकि वह माकपा की समर्थक थी। तृणमूल के गुंडे हमारे लोगों पर लंबे समय से हमले करते आ रहे हैं। हम सभी दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हैं।”
लेकिन तृणमूल के कुलटोली ब्लॉक के अध्यक्ष गोपाल माझी ने आरोपों से इंकार किया है।
उन्होंने कहा, “पूरा मामला माकपा द्वारा बुना गया है और उसके नेता (गांगुली) हमें फंसाने और तृणमूल को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं।”