कोलकाता, 20 मार्च (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार 71 वर्षीय नन को शुक्रवार को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
राणाघाट के कॉन्वेंट आफ जीसस एंड मेरी की वरिष्ठ सिस्टर के साथ क्रूरतम तरीके से किए गए सामूहिक दुष्कर्म के बाद उन्हें 14 मार्च को गंभीर हालात में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दुष्कर्मियों ने कॉन्वेंट में लूटपाट भी की थी।
राणाघाट उप-मंडलीय अस्पताल के अधीक्षक ए.एन.मंडल ने कहा, “उनमें शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से सुधार हुआ है और उन्हें शुक्रवार सुबह छुट्टी दे दी गई।”
उन्हें किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है।
इस बीच, पुलिस ने 16 मार्च को राणाघाट में नन से मिलने जा रही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के काफिले को रोकने वाले नाराज लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया, “मुख्यमंत्री का काफिला रोकने वालों के खिलाफ दंगा, गैर-कानूनी तरीके से एक जगह इकट्ठा होने, गलत तरीके से रोकने, सरकारी कर्मचारियों के कत्र्तव्य निर्वाह में बाधा डालने सहित अन्य अपराध को लेकर कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।”
दोषियों को गिरफ्तार करने में पुलिस की नाकामी पर स्कूली बच्चों सहित सैकड़ों लोगों ने ममता के काफिले को रोका था। वे दोषियों की गिरफ्तारी और मामला केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) को सौंपे जाने की मांग कर रहे थे।
ममता ने एक घंटे तक लोगों से घिरे रहने के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ कार्रवाई की धमकी दी थी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) तथा मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) पर घटना को राजनीतिक रूप देने का आरोप लगाया था।
मुख्यमंत्री ने 18 मार्च को मामले की सीबीआई जांच का प्रस्ताव भेज दिया। हालांकि केंद्रीय जांच एजेंसी ने अभी आधिकारिक रूप से इसकी जिम्मेदारी नहीं ली है।