पुडुचेरी, 17 जनवरी (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल की तीन महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी ओसवर्या देब, सुथिर्ता मुखर्जी और प्रियदर्शिनी दास को अपनी गलत उम्र दर्शाने के लिए शनिवार को दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया। साथ ही तीनों खिलाड़ियों पर 25,000 रुपये जुर्माना भी लगाया गया है।
भारतीय टेबल टेनिस महासंघ (टीटीएफआई) के अध्यक्ष प्रभात सी. चतुर्वेदी की ओर जारी विज्ञप्ति के अनुसार तीनों खिलाड़ियों पर यह प्रतिबंध जनवरी-2016 तक कायम रहेगा। मामले के सामने आने के बाद से ही यह खिलाड़ी निलंबित चल रहे थे।
साथ ही टीटीएफआई ने इन खिलाड़ियों द्वारा जीते गए सभी राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय खिताबों को छीनने का भी फैसला किया है।
टीटीएफआई ने अपनी कार्यकारी समिति की बैठक में यह फैसला लिया।
गौरतलब है कि कई खिलाड़ियों द्वारा अपनी सही उम्र छुपाने संबंधित मामले की जांच केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के खेल अनुसंधान विभाग ने की थी।
प्रभात चतुर्वेदी के अनुसार बंगाल के एक और खिलाड़ी एहिका मुखर्जी के मामले की भी जांच की गई लेकिन यह पाया गया कि उन्होंने अपनी उम्र छुपाने का कोई फायदा नहीं उठाया।
चतुर्वेदी के अनुसार एहिका के भी दो जन्म प्रमाणपत्र हैं लेकिन वह अपनी सही उम्र के वर्ग में हिस्सा ले रही थीं।
उल्लेखनीय है कि एहिका पहले से ही निलंबन झेल रही हैं और वह अगस्त-2015 में शुरू होने वाले अगले सत्र से खेलना शुरू कर सकती हैं।
चतुर्वेदी के अनुसार टीटीएफआई की खेल को साफ-सुथरा बनाने की कोशिश रंग लाई है और बंगाल के 44 और कुछ असम के खिलाड़ियों ने खुद सामने आकर अपनी सही उम्र का खुलासा किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।