कोलकाता, 6 जुलाई (आईएएनएस)। दक्षिण बंगाल के जंगल में मंगलवार को एक बदमाश हाथी की गोली मार कर हत्या कर दी गई। राज्य के निर्णय के अनुरूप अंतिम विकल्प के रूप में प्राधिकृत सदस्यों ने यह कार्रवाई की। यह जानकारी यहां अधिकारियों ने दी।
उन्होंने कहा कि पहले दो दिनों तक हाथी को बेहोश करने और पकड़ने के काफी प्रयास किए गए।
बदमाश हाथी को पकड़ने के अभियान में चार शामक दल, दलों की सुरक्षा के लिए दो शिकारी और पांच प्रशिक्षित पालतू हाथी शामिल थे। यह हाथी साल 2015 से अब तक एक व्यक्ति की हत्या कर चुका था और छह अन्य लोगों को घायल कर दिया था। इसे बेहद आक्रामक और जान माल के लिए खतरनाक घोषित किया गया था।
वन विभाग के प्रमुख सचिव चंदन सिन्हा ने यहां संवाददाताओं से कहा, “गत पांच जुलाई को बदमाश हाथी को बेहोश करने के सात बार प्रयास किए गए, लेकिन हर बार वह कर्मियों पर हमला किया और बांकुरा जिले के बेलियाटोर जंगल में फरार हो गया।”
सिन्हा ने कहा, “हाथी ने हमारे शामक दल के कुछ सदस्यों पर भी हमले किए और शिकारियों को खदेड़ा। हाथी को पकड़ने के दो दिनों के प्रयास विफल रहे और दल के सदस्यों की जान खतरे में पड़ गई थी। इसलिए प्राधिकारियों ने हाथी का शिकार करने का फैसला किया।”
प्रमुख सचिव ने कहा कि पांच जुलाई को करीब पांच बजे शाम हाथी का शिकार किया गया और उसके शव का अंत्यपरीक्षण किया गया है। रपट अभी नहीं मिली है।
बदमाश हाथी के छोटे साथी को पकड़ लिया गया है और उसे पुनर्वासन के लिए उत्तर बंगाल भेज दिया गया है।
बदमाश हाथी की गोली मार कर हत्या को जायज ठहराते हुए पश्चिम बंगाल के मुख्य वन्यजीव प्रबंधक प्रदीप व्यास ने कहा कि हाथी और मनुष्य के बीच संघर्ष एक खतरनाक स्थिति में पहुंच गया था।
उन्होंने कहा कि साल 2015-16 में जंगली हाथियों ने राज्य में 108 लोगों की हत्या कर दी थी और 95 लोगों को घायल कर दिया था। बदले की कार्रवाई में 14 हाथी भी मारे गए। हाथी की अंतिम हत्या साल 2010 में की गई थी।