बेंगलुरू, 6 अक्टूबर – देश की सबसे बड़ी ऑनलाइन ई-रिटेल कंपनी फ्लिपकार्ट डॉट कॉम ने सोमवार को कई उत्पादों पर भारी छूट दी। छूट का लाभ उठाने के लिए ग्राहक वेबसाइट पर टूट पड़े। इस दौरान वेबसाइट को एक अरब हिट मिले और इससे 10 करोड़ डॉलर (615 करोड़ रुपये) के सामान खरीदे गए। बेंगलुरू की कंपनी ने यहां एक बयान जारी कर कहा, “हमारी वेबसाइट को आज (सोमवार को) एक अरब हिट मिले और हमने 24 घंटे में 10 करोड़ डॉलर (615 करोड़ रुपये) बिक्री का लक्ष्य सिर्फ 10 घंटे में हासिल कर लिया।”
छूट का ऑफर शुरू होने के कुछ ही घंटे के भीतर बड़ी संख्या में लोगों द्वारा वेबसाइट खोलने के कारण वेबसाइट क्रैश दोपहर के वक्त क्रैश हो गई थी। इसके बाद सोशल मीडिया पर कंपनी के खिलाफ काफी शिकायते आने लगी कि वेबसाइट चल नहीं पा रही है और कंपनी ने छूट से पहले सामान के दाम बढ़ा दिए हैं।
कंपनी के एक प्रवक्ता ने यहां आईएएनएस से कहा, “एक आंतरिक सर्वर समस्या पैदा हो गई थी, जिसकी वजह से ट्रैफिक बढ़ने कारण कुछ समय के लिए ऑनलाइन ऑर्डर हासिल करने में दिक्कत आ गई थी। इस समस्या को दूर कर लिया गया है और ट्रैफिक क्षमता बढ़ा दी गई है। अब वेबसाइट को खोला जा सकता है।”
सोमवार छह अक्टूबर का दिन कंपनी के लिए विशेष मायने रखता है। छह अक्टूबर यानी 6-10, का संबंध 610 से है। इसी संख्या के मकान में ही 2007 में फ्लिपकार्ट के सह-संस्थापक सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने देश की सबसे पहली ई-कॉमर्स कंपनी की अपनी यात्रा शुरू की थी। कंपनी ने इस दिन कई उत्पादों पर भारी छूट देने का फैसला किया।
बंसल बंधुओं ने एक बयान में कहा, “यह हमारे लिए अभूतपूर्व दिन है। यह देश में हमारी अब तक की सबसे बड़ी बिक्री है। हम सुबह 8 बजे से ही ग्राहकों से मिल रही प्रतिक्रिया से उत्साहित हैं।”
कंपनी ने प्रमुख समाचारपत्रों में छूट के विज्ञापन दिए थे। इसके कारण ग्राहक वेबसाइट पर सामान खरीदने के लिए टूट पड़े।
कंपनी ने कह, “हमने भारतीय ई-कॉमर्स क्षेत्र में एक इतिहास रच दिया है।”
फ्लिपकार्ट किताबें, मीडिया, उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स और जीवनशैली जैसी 70 श्रेणियों में 1.5 करोड़ उत्पाद बेचती है और देश के 50 शहरों में एक दिन के अंतर से आपूर्ति तथा 13 शहरों में उसी दिन आपूर्ति की गारंटी देती है।
कंपनी के मुताबिक, उसके 2.2 करोड़ पंजीकृत उपयोगकर्ता हैं और हर रोज 40 करोड़ लोग वेबसाइट खोलते हैं।
कंपनी ने ग्राहकों को समय पर सामानों की आपूर्ति करने के लिए 10 हजार फील्ड कर्मचारी तैनात किए हुए हैं।