पेरिस, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। वेटिकन में फ्रांस के राजदूत के रूप में लॉरेंट स्टेफनिनी की नियुक्ति के तीन महीने बाद भी फ्रांस के अधिकारी रोम की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं। माना जा रहा है कि यह विलंब राजदूत के समलैंगिक होने के लेकर हो रहा है। राजनयिक अधिकारियों ने समाचार एजेंसी एफे को यह जानकारी दी।
फ्रेंच अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा, “स्टेफानिनी को राजदूत नियुक्त किया गया है, क्योंकि वह एक बेहतरीन राजनयिक हैं और इस पद के लिए उनके पास सभी योग्यताएं हैं। अपने अनुरोध का जवाब मिलने की हमें उम्मीद है।”
समाचार पत्र ले मोंडे के मुताबिक वेटिकन में फ्रांस के पूर्व राजदूत ब्रूनो जूबर्ट की मार्च की शुरुआत में स्वदेश वापसी के बाद से ही यह पद रिक्त है।
ले मोंडे ने कहा, “स्टेफानिनी रोम को अच्छी तरह से जानते हैं। वर्तमान में एलिसी में प्रोटोकॉल चीफ स्टेफानिनी साल 2001-05 के बीच दूतावास में दूसरे सबसे वरिष्ठ राजनयिक के तौर पर काम कर चुके हैं।”
वेटिकन ने नियुक्ति की मंजूरी को लेकर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं की है, लेकिन यह पहले से ही ज्ञात है कि उनकी नियुक्ति को वेटिकन द्वारा मंजूर करने की संभावना न करने के बराबर है, भले ही पेरिस के आर्कविशप ने इसका समर्थन किया है।
इटली के अधिकारियों ने ली पेरिसियन समाचार पत्र से कहा कि मंजूरी के लिए तीन महीने का समय असामान्य है और इस तरह की प्रक्रिया में छह सप्ताह से ज्यादा समय नहीं लगता।
ली पेरिसियन ने कहा, “पारंपरिक तौर पर, वेटिकन आपत्ति दर्ज नहीं करता है। न जवाब देता है और न ही व्याख्या करता है। उसके रुख से नियुक्ति करने वाले देश को जवाब का अंदाजा लगा लेना चाहिए।”