लंदन, 28 मार्च (आईएएनएस)। फेसबुक का हालिया परीक्षण यदि सफल रहा तो जल्द ही सौर ऊर्जा से चलने वाले ड्रोन विमानों की मदद से सुदूरवर्ती इलाकों में भी इंटरनेट उपलब्ध कराया जा सकेगा।
लंदन, 28 मार्च (आईएएनएस)। फेसबुक का हालिया परीक्षण यदि सफल रहा तो जल्द ही सौर ऊर्जा से चलने वाले ड्रोन विमानों की मदद से सुदूरवर्ती इलाकों में भी इंटरनेट उपलब्ध कराया जा सकेगा।
समाचार पत्र ‘द गार्डियन’ के अनुसार, फेसबुक के मुख्य कार्यकारी एवं संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने बताया कि उन्होंने इंग्लैंड में इस तरह के ड्रोन विमानों का परीक्षण किया, जिसके पंखों की लंबाई किसी वाणिज्यिक विमान जितनी ही है।
ग्रामीण एवं इंटरनेट-मुक्त क्षेत्रों में इंटरनेट सुविधा मुहैया कराने के लिए तैयार ये ड्रोन धरती पर लेजर बीम के जरिए इंटरनेट तरंगें प्रेषित करेंगे।
जुकरबर्ग ने एक ब्लॉग पोस्ट की है जिसके अनुसार, “पूरी दुनिया को इंटरनेट से जोड़ने के हमारे अभियान के तहत हमने मानवरहित ड्रोन विमानों का निर्माण किया है, जो आकाश से ही धरती पर इंटरनेट किरणें प्रेषित करेंगे।”
जुकरबर्ग ने लिखा, “हमने ब्रिटेन में अपने इस ड्रोन विमान का पहला सफल परीक्षण किया। ये ड्रोन विमान पूरी दुनिया में इंटरनेट सुविधा मुहैया कराने में मददगार होंगे, क्योंकि ये विमान इंटरनेट से वंचित विश्व के उन 10 फीसदी लोगों को इंटरनेट सुविधा प्रदान करने की क्षमता रखते हैं।”
इस तरह के ड्रोन विमान के पंख की लंबाई 29 मीटर से भी अधिक है, जो बोइंग 737 विमान से भी अधिक है, हालांकि इनका वजन किसी कार से कम है।
गौरतलब है कि शीर्ष इंटरनेट कंपनी गूगल भी गुब्बारों एवं ड्रोन विमानों की मदद से अब तक इंटरनेट की सीमा से दूर रहने वाले लोगों तक इंटरनेट पहुंचाने पर काम कर रही है।