ज्यूरिख, 29 मई (आईएएनएस)। फुटबाल की विश्व नियामक संस्था में हुए भ्रष्टाचार के नए खुलासे में अपने नौ अधिकारियों की संलिप्तता सामने आने के बावजूद फीफा शुक्रवार को अगले अध्यक्ष पद का चुनाव कराने को पूरी तरह तैयार है, जिसमें मौजूदा अध्यक्ष सेप ब्लाटर और जॉर्डन के प्रिंस अली बिन अल-हुसेन आमने-सामने होंगे।
शुक्रवार को स्विट्जरलैंड के ज्यूरिख में होने वाले फीफा के 65वें अधिवेशन में संबद्ध 209 सदस्य अगले अध्यक्ष के लिए मतदान करेंगे।
मतदान शुरू होने से पहले प्रत्येक दावेदार को फीफा सदस्यों के सामने 15 मिनट में अपनी बात रखने का मौका दिया जाएगा। फीफा के सभी 209 सदस्यों के पास एक-एक वोट है, इसलिए त्रिनिदाद एवं टोबैगो और फिनलैंड को भी उतना ही अधिकार प्राप्त है जितना कि किसी दिग्गज फुटबाल खेलने वाले देश, जैसे स्पेन, ब्राजील या इंग्लैंड फुटबाल संघ को।
फीफा अध्यक्ष पद का चुनाव मत-पत्र के जरिए गुप्त तरीके से होगा और सदस्य वर्णक्रम के अनुसार अपने-अपने मत डालेंगे। पहले चरण के मतदान में प्रत्याशी को जीत हासिल करने के लिए दो तिहाई मत की जरूरत होती है।
यदि मत परिणाम इसके काफी नजदीक रहता है तो दूसरे चरण का मतदान करवाया जाता है, जिसमें साधारण बहुमत के जरिए विजेता की घोषणा की जाती है।
फीफा के महासचिव सहायक कर्मचारियों की मदद से मत-पत्रों के वितरण और गिनती की जिम्मेदारी संभालेंगे।
शुरुआत में अध्यक्ष पद के लिए चार दावेदार थे, लेकिन पुर्तगाल के पूर्व खिलाड़ी लुइस फिगो और डच फुटबाल संघ के अध्यक्ष माइकल वान प्राग के हटने से अब मुकाबाले में दो ही व्यक्ति रह गए हैं।
ब्लाटर 1998 से ही फीफा के अध्यक्ष पद पर विराजमान हैं और इस बार वह लगातार पांचवें कार्यकाल के लिए चुनावी मैदान में हैं।
फीफा के सदस्य संघों में कुल छह परिसंघ आते हैं। इनमें से एशियन फुटबाल परिसंघ के पास 46 सदस्य, अफ्रीकी फुटबाल परिसंघ में 54 सदस्य, उत्तरी एवं मध्य अमेरिका तथा कैरेबियाई फुटबाल परिसंघ में 41 सदस्य, कोनमेबोल में 10 सदस्य, ओसीनिया फुटबाल परिसंघ में 11 सदस्य और यूरोपीयन फुटबाल संघ (यूईएफए) में कुल 53 सदस्य हैं।
कुल मिलाकर 215 सदस्यों में से फीफा ने सिर्फ 209 सदस्यों को मताधिकार दिए हैं।
एशिया फुटबाल परिसंघ और अफ्रीकी फुटबाल परिसंघ ने प्रत्यक्ष तौर पर ब्लाटर के समर्थन की घोषणा की है।
यूईएफए ने अल-हुसेन के प्रति अपना समर्थन जताया है। कनकैकाफ और कोनमेबोल अब तक ब्लाटर के समर्थक रहे हैं, लेकिन इस बार उनके कुछ सदस्य अल-हुसेन को अपना वोट दे सकते हैं।