रामल्ला, 17 जून (आईएएनएस)। फिलिस्तीन के प्रधानमंत्री मोहम्मद इश्ताये ने अमेरिका पर फिलिस्तीन सरकार के खिलाफ आर्थिक और राजनीतिक युद्ध छेड़ने का आरोप लगाया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को रामल्ला में जर्मनी के विदेशी मामलों के मंत्री नील्स एन्नेन से मुलाकात करने के बाद इश्ताये ने बयान जारी कर कहा कि फिलिस्तीन मूल रूप से इजरायल-फिलिस्तीन विवाद को खत्म करने की अमेरिकी पहल को खारिज करता है।
अमेरिका इजरायल-फिलिस्तीन विवाद को सुलझाने के लिए ‘डील ऑफ द सेंचुरी’ नाम का शांति प्रस्ताव पेश करने की योजना बना रहा है। फिलिस्तीन प्रशासन और फिलिस्तीन के गुटों ने घोषणा की है कि वे इसे अस्वीकार करते हैं।
इश्ताये ने कहा, “ट्रंप (अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप) प्रशासन द्वारा अमेरिकी दूतावास को जेरूशलम स्थानांतरित करने और वॉशिंगटन में फिलिस्तीन लिबरेशन ऑर्गेनाइजेशन (पीएलओ) का कार्यालय बंद करने के बाद हमने ‘डील ऑफ द सेंचुरी’ को अस्वीकार कर दिया है।”
उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल मिलकर फिलिस्तीनियों तथा फिलिस्तीनी प्रशासन के खिलाफ आर्थिक युद्ध शुरू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने मुख्य रूप से यूनाइटेड नेशंस एजेंसी फॉर फिलिस्तीनी रिफ्यूजीज (यूएनआरडब्ल्यूए) को दी जाने वाली वार्षिक राशि पर रोक लगा दी है।
इस बीच इश्ताये ने घोषणा करते हुए कहा कि फिलिस्तीनी अमेरिका की अगुआई में बहरीन में होने वाली आर्थिक कार्यशाला को भी खारिज करते हैं। इस कार्यशाला का शीर्षक ‘पीस ऑफ प्रॉस्पेरिटी’ है।
फिलिस्तीन प्रशासन ने वेस्ट बैंक में 25 और 26 जून को इस कार्यशाला के खिलाफ प्रदर्शन करने का आवाह्न किया है।