भोपाल, 31 अक्टूबर (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की केंद्रीय जेल से एक प्रहरी की हत्या करके फरार हुए प्रतिबंधित संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) के आठ आतंकवादियों के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किया है और साथ ही मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जांच पूर्व पुलिस महानिदेशक नंदन दुबे करेंगे।
पुलिस के अनुसार, भागने से पहले इन आतंकवादियों ने एक प्रहरी रमाशंकर यादव की गला रेतकर हत्या कर दी और एक अन्य प्रहरी चंदन को बंधक बना लिया। पुलिस ने भोपाल की सभी सीमाओं को सील करके आतंकवादियों की तलाश तेज कर दी है। वहीं, पूरे प्रदेश में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए अतिरिक्त महानिदेशक (जेल) को उनके पद से हटा दिया है। साथ ही फरार आतंकवादियों का सुराग देने वालों को पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित किए जाने के साथ पूर्व महानिदेशक, पुलिस नंदन दुबे के नेतृत्व में जांच के आदेश दिए हैं।
चौहान ने संवाददाताओं से कहा कि इस मामले में जो प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए हैं, उन्हें निलंबित कर दिया गया है। डीआईजी जेल को निलंबित किया जा रहा है। दोषियों पर कार्रवाई होगी, पर पहला ध्यान फरार आरोपियों को पकड़ने पर लगाया जा रहा है।
प्रदेश के गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि सिमी आतंकवादियों के फरार होने के मामले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर चार जेल अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित अफसरों में जेल अधीक्षक, उपाधीक्षक, सहायक अधीक्षक और मुख्य जेल प्रहरी शामिल हैं।
जेल सूत्रों के अनुसार, आतंकवादी दिवाली की रात लगभग 12 से दो बजे के बीच एक दरवाजे को तोड़ कर बैरक से बाहर आ गए और एक जेल प्रहरी की हत्या कर दी तथा एक अन्य को बंधक बना लिया। उसके बाद वे चादरों की रस्सी बनाकर दीवार फांद कर फरार हो गए।
फरार होने वाले आतंकवादियों के नाम शेख मुजीब, माजिद खालिद, अकील, खिलची, जाकिर सलीख, महबूब व अमजद बताए गए है। इनमें चार वे आतंकी भी हैं, जो खंडवा जेल से फरार हुए थे और उन्हें उड़ीसा से गिरफ्तार किया गया था। इन पर बैंक डकैती, लूट, देशद्रोह सहित अनेक मामले चल रहे हैं।