रायपुर, 1 सितंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ में 2015-16 और 2016-17 के लिए स्वीकृत 3 हजार 691 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण प्ले स्कूलों की तर्ज पर हो रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्रों की ओर रुझान बढ़ सके।
रायपुर, 1 सितंबर (आईएएनएस/वीएनएस)। छत्तीसगढ़ में 2015-16 और 2016-17 के लिए स्वीकृत 3 हजार 691 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण प्ले स्कूलों की तर्ज पर हो रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चों का आंगनबाड़ी केंद्रों की ओर रुझान बढ़ सके।
इसके तहत आंगनबाड़ी भवनों की बाहरी दीवारों को हिंदी वर्णमाला के अक्षर, अंग्रेजी वर्णमाला के लेटर और कार्टून करैक्टरों को बड़े ही आकर्षक ढंग से रंगकर सजाया जा रहा है। इसके साथ ही पक्षी, फल, सब्जी और जानवर इत्यादि का नाम समेत चित्रण किया जा रहा है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) और महिला एवं बाल विकास विभाग के एकीकृत बाल विकास योजना के परस्पर तालमेल से इन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण की स्वीकृति दी जा चुकी है।
गौरतलब है कि विभागीय समीक्षा बैठक में पंचायत मंत्री अजय चंद्राकर ने ग्रामीण क्षेत्रों में प्ले स्कूल की भांति बन रहे आंगनबाड़ी भवनों को वर्तमान समय की आवश्यकता करार देते हुए कहा कि बच्चों में रंगों और चित्रकारी के प्रति स्वाभाविक रूप से आकर्षण होता है। इसलिए महात्मा गांधी नरेगा के अभिसरण से बन रहे आंगनबाड़ी भवनों को प्ले स्कूल का रूप दिया जाए। इससे अधिक से अधिक बच्चे आंगनबाड़ी केंद्रों में आएंगे और उन्हें पोषण के साथ-साथ अक्षर ज्ञान भी प्राप्त होगा।
पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा और महिला एवं बाल विकास विभाग के एकीकृत बाल विकास योजना के परस्पर तालमेल (अभिसरण) से वर्ष 2015-16 में माह अगस्त की स्थिति में 113 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण हो चुका है और दो हजार 459 आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण कार्य प्रगति पर हैं।
अधिकारियों ने बताया कि एक आंगनबाड़ी भवन के निर्माण में मनरेगा से पांच लाख रुपये और एकीकृत बाल विकास योजना से एक लाख 45 हजार रुपये इस तरह कुल छह लाख 45 हजार रुपये की लागत से आंगनबाड़ी भवन का निर्माण हो रहा है।
अब तक लगभग 15 करोड़ 17 लाख रुपये खर्च किए चुके हैं। जिलेवार स्वीकृत आंगनबाड़ी भवनों की संख्या पर गौर करें तो, 16 अगस्त 2016 की स्थिति में जिला-बालोद में 175, बलौदाबाजार-भाटापारा में 62, बलरामपुर-रामानुजगंज में 314, बस्तर में 199, बेमेतरा में 128, बीजापुर में 6, बिलासपुर में 247, धमतरी में 24, दुर्ग में 118, गरियाबंद में 108, जांजगीर चांपा में 73, जशपुर में 130, कांकेर में 173, कबीरधाम में 62, कोंडागांव में 179, कोरबा में 136, कोरिया में 17, महासमुंद में 17, मुंगेली में 98, नारायणपुर में 64, रायगढ़ में 352, रायपुर में 37, राजनांदगांव में 186, सुकमा में 178, सूरजपुर में 266 और सरगुजा में 252 आंगनबाड़ी भवन स्वीकृत किए गए हंै।