नई दिल्ली, 31 जुलाई (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि पूर्व राष्ट्रपति ए.पी.जे.अब्दुल कलाम के सपने को पूरा करने के लिए देश को प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अनुसंधान व नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत है।
उन्होंने अपने रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के दौरान कहा, “हम कलाम के सपने को केवल तभी पूरा कर सकते हैं, जब नई पीढ़ी दैनिक जीवन में इस्तेमाल आने वाली प्रौद्योगिकी के विकास की दिशा में काम करे।”
उन्होंने कहा, “प्रौद्योगिकी समय-समय पर बदलती रहती है। आप इसे स्थिर नहीं रख सकते। आगामी शताब्दी प्रौद्योगिकी युक्त है, इसलिए हमें इसमें अनुसंधान और नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।”
उन्होंने आगे कहा कि सरकार ने प्रौद्योगिकी में नवाचार के लिए पारिस्थितिकी बनाने को ‘अटल नवाचार मिशन’ की शुरुआत की है।
उन्होंने कहा, “नवाचार का लक्ष्य रखें। नीति आयोग अटल नवाचार मिशन को बढ़ावा दे रहा है, जिससे नवाचार, प्रयोग और उद्यमशीलता के लिए पारिस्थितिकी का निर्माण होगा।”
मोदी ने कहा कि सरकार ने अटल नवाचार मिशन के लिए प्रयोगशालाओं तथा क्रियान्वयन केंद्रों के निर्माण के लिए अलग से राशि आवंटित की है।
उन्होंने कहा, “सरकार स्कूलों में प्रयोगशालाओं की स्थापना के लिए 10 लाख रुपये आवंटित करेगी। सरकार को स्कूलों में प्रयोगशालाओं के निर्माण के लिए 13,000 आवेदन मिले हैं। हमने मौजूदा प्रयोगशालाओं को मजबूती प्रदान करने तथा नया क्रियान्वयन केंद्र बनाने के लिए 10 करोड़ रुपये की राशि भी आवंटित की है।”