गौतमबुद्ध नगर, 9 फरवरी (आईएएनएस/आईपीएन)। आगामी 11 फरवरी से इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट ग्रेटर नोएडा में 12वीं प्रिंट पैक इंडिया का आयोजन किया जा रहा है। 15 फरवरी तक चलने वाली पांच दिवसीय यह एक्सपो विश्व की तीसरी सबसे बड़ी प्रिंटिंग और पैकेजिंग सेक्टर की प्रदर्शनी है जो कि भारत में आयोजित की जा रही है।
गौतमबुद्ध नगर, 9 फरवरी (आईएएनएस/आईपीएन)। आगामी 11 फरवरी से इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट ग्रेटर नोएडा में 12वीं प्रिंट पैक इंडिया का आयोजन किया जा रहा है। 15 फरवरी तक चलने वाली पांच दिवसीय यह एक्सपो विश्व की तीसरी सबसे बड़ी प्रिंटिंग और पैकेजिंग सेक्टर की प्रदर्शनी है जो कि भारत में आयोजित की जा रही है।
इंडियन प्रिंटिंग एंड पैकिंग एंड एलाइड मशीनरी मैन्युफैक्च र्स एसोसिएशन के अध्यक्ष के.एस. खुराना ने पत्रकारों को बताया कि भारतीय प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री विश्वभर में प्रिंटिंग, पैकेजिंग और कन्वर्टिग क्षेत्र में सबसे बड़े उद्योगों में से एक है।
उन्होंने कहा कि भारत में प्रिंटिंग एंड पैकेजिंग इंडस्ट्री का बाजार करीब 1600 करोड़ अमेरिकी डॉलर का है और इसमें प्रमुख हिस्सेदारी एसएमई और एमएसएमई क्षेत्र की है और ये इस क्षेत्र में एक और नई शुरूआत करते हुए अपने प्रमुख आयोजन ‘प्रिंटपैक इंडिया 2015’ का आयोजन कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह आयोजन एक तरह से ‘मेक इन इंडिया’ के लक्ष्यों को हासिल करने के लिए ब्लू प्रिंट (योजना) ही है।
खुराना ने कहा कि 5 दिवसीय इस एक्सपो का एक और खास उद्देश्य है कि घरेलू उत्पादन यूनिट्स जैसे कि वेब ऑफसेट को फिर से स्थापित होने में मदद दी जाए। खुराना ने कहा कि इस साल प्रिंट पैक इंडिया 2015 में एक मिशन के तौर पर एक स्पेशल सेमिनार भी आयोजित किया जा रहा है, जिसमें श्रोताओं और मेहमानों को भारत में बनी वेब ऑफसेट मशीनों से परिचित करवाना है जो कि अब चीन तक को निर्यात की जा रही हैं।
वहीं ऐसोसिएशन के महासचिव सी.पी.पॉल ने बताया कि एनसीआर के इंडस्ट्रियल हब जैसे नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुडगांव को प्रिंट बिजनेस का मैनचेस्टर माना जाता है लेकिन ये उद्योग अब अपनी चमक को खो रहा है। प्रिंटपैक इंडिया 2015 के साथ हमारा उद्देश्य है कि विकास के लिए जरूरी योगदान को जीवंत और प्रगतिशील बनाए रखने के लिए निमार्ताओं और उपयोगकतार्ओं को एक सहभागी मंच प्रदान किया जाए।
उन्होंने कहा कि इस आयोजन में 400 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कंपनियां अपनी उपस्थिति दर्ज करवाएंगी और ये पूरे उत्पादन क्षेत्र के लिए एक आदर्श मंच होगा, जिसमें प्रिंटिंग पैकेजिंग और संबंधित उद्योगों के साथ ही भारतीय प्रिंटिंग निमार्ताओं और सर्विस प्रदाताओं के लिए इस क्षेत्र में भारत की क्षमता को प्रदर्शित करने का मौका मिलेगा।