लखनऊ, 16 जनवरी (आईएएनएस)। केन्द्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि इस बार प्रवासी भारतीय दिवस के लिए पिछली बार से करीब तीन गुना अधिक रजिस्ट्रेशन हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने लखनऊ में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किया। इसमें सुषमा स्वराज ने कहा, “21 से 23 जनवरी को आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय दिवस की सहयोगी राज्य बनने के लिए योगी सरकार का मैं हार्दिक आभार प्रकट करती हूं। अटल जी की सरकार में चर्चा हुई थी कि विश्व में कई देशों में विभिन्न दिवस मनाए जाते हैं। क्या प्रवासी भारतीयों के लिए कोई दिवस नहीं मनाया जा सकता।”
स्वराज ने कहा, “हमारी कोशिश है कि प्रवासी भारतीयों के अनुभव का लाभ उठाया जाए जिससे देश के विकास में सहयोग मिल सके। प्रवासी भारतीयों की मांग थी कि कार्यक्रम का आयोजन ऐसे वक्त में किया जाए जब वह कुंभ मेले में शामिल होने के साथ-साथ गणतंत्र दिवस की परेड का भी हिस्सा बन सकें। इसलिए कार्यक्रम के लिए 21 से 23 तक की तारीख तय की गई है।”
उन्होंने बताया, “अब तक करीब 5802 लोगों ने सम्मेलन में शामिल होने के लिए आवेदन किया है जिसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।” उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज्य में आयोजन की अनुमति देने के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने बताया, “जब 2003 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इसकी शुरुआत की थी तो उन्होंने प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा था कि हमें आपका धन नहीं अनुभव का लाभ चाहिए, तब से ये परंपरा चली आ रही है।”
विदेश मंत्री ने कहा, “हमने 2003 में पहली बार प्रवासी भारतीय दिवस मनाया। 2015 से हम हर दो वर्ष बाद प्रवासी भारतीय दिवस मनाते हैं लेकिन अब यह विचार गोष्ठी और थीम बेस कार्यक्रम आयोजित कर विशेषज्ञों और विदेशों से आने वाले अनुभवी लोगों को हम यहां एक साथ बैठाएंगे। इस बार प्रवासी दिवस में 10 आसियान देशों के लोगों को भी बुलाया गया है।”
इस मौके पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यह हमारे लिए गर्व व सम्मान का विषय है। आयोजन से जुड़ी सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इस आयोजन से प्रवासी भारतीयों को देश की संस्कृति व परंपरा से भी जुड़ने का मौका मिलेगा।