भोपाल, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल यानी गुरुवार को इंदौर के महू में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस मौके पर वह देशव्यापी ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ करेंगे।
भोपाल, 13 अप्रैल (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल यानी गुरुवार को इंदौर के महू में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 125वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। इस मौके पर वह देशव्यापी ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ करेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को संवाददाताओं से कहा कि महू के अंबेडकर नगर स्थित अंबेडकर स्मारक परिसर में भव्य समारोह होने जा रहा है, और इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी देशव्यापी ‘ग्रामोदय से भारत उदय अभियान’ का शुभारंभ करेंगे।
चौहान ने बताया कि “प्रधानमंत्री मोदी के भाषण को प्रदेश के प्रत्येक गांव का निवासी सुन सके, इसके लिए प्रत्येक पंचायत में इसकी व्यवस्था की जा रही है। इस अभियान को राज्य में जनता का अभियान बनाया जाएगा। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी एक ध्वज सौपेंगे, जो राज्य की हर ग्राम पंचायत तक पहुंचेगा।”
उन्होंने आगे कहा, “यह अभियान गांव की समस्याओं के समाधान में बड़ा मदगार बनेगा। इस अभियान के दौरान सामाजिक समरसता के कार्यक्रम के अलावा ग्राम, किसान सभाएं होंगी और अधिकारी भी इस दौरान गांव तक जाएंगे, जो ग्रामीणों की समस्याओं का निपटारा करेंगे।”
आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार पूर्वाह्न् 11 बजकर 45 मिनट पर मुंबई हवाईअड्डे से वायुसेना के विशेष विमान से इंदौर के लिए प्रस्थान करेंगे। उनका विमान अपराह्न् 12 बजकर 55 मिनट पर इंदौर हवाईअड्डे पर उतरेगा। वहां से वह हेलीकाप्टर से महू रवाना होंगे।
मोदी अपराह्न् डेढ़ बजे से ढाई बजे तक अंबेडकर स्मारक में आयोजित कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
देश में यह अभियान 14 से 24 अप्रैल तक चलेगा, मगर प्रदेश में यह अभियान 14 अप्रैल से 31 मई तक जारी रहेगा।
गौरतलब है कि डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर की जन्मस्थली महू में स्थापित स्मारक में वर्ष 2007 से सामाजिक कुंभ की शुरुआत हुई थी। इस स्मारक का 14 अप्रैल, 2008 को लोकार्पण किया गया था।
यह स्मारक मकराना के सफेद संगमरमर और मेंगलुरु के ग्रेनाइट से निर्मित है और इस स्मारक से बौद्घ धर्म के विश्व प्रसिद्घ सांची जैसे स्मारक की झलक मिलती है।