भोपाल : मध्यप्रदेश में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माण में युवाओं को प्रशिक्षण देने के लिये विशेष कौशल प्रशिक्षण संस्थान खोला जायेगा। इलेक्ट्रॉनिक विषय पढ़ाने वाले शिक्षकों को प्रशिक्षण देने के लिये एक अकादमिक केन्द्र खोला जायेगा। इसके साथ ही प्रदेश में नेशनल डाटा सेंटर की भी स्थापना होगी जिसमें सभी राज्यों के महत्वपूर्ण आँकड़े संधारित किये जायेंगे। इसके लिये एन.आई.सी. 200 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। ये घोषणाएँ आज यहाँ केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री रविशंकर प्रसाद ने देश के पहले इलेक्ट्रॉनिक मेन्यूफेक्चरिंग क्लस्टर के शिलान्यास समारोह में की। केन्द्रीय मंत्री की घोषणाओं के बाद मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने तत्काल नेशनल डाटा सेंटर के लिये भूमि उपलब्ध करवाने की घोषणा की।
श्री प्रसाद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश ने सूचना प्रौद्योगिकी शक्ति को पहचाना है। श्री प्रसाद ने प्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में हुई प्रगति की सराहना की।
श्री प्रसाद ने कहा कि आधुनिक भारत के नवनिर्माण के लिये डिजिटल इण्डिया की परियोजना से युवाओं को जोड़ा जायेगा और उन्हें अपनी प्रतिभा और क्षमता दिखाने का सशक्त मंच उपलब्ध करवाया जायेगा। उन्होंने कहा कि पूरा विश्व आज भारत की ओर देख रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को बदलने की शुरूआत हो गयी। आज हर नागरिक को भारतीय होने का गर्व है।
श्री प्रसाद ने कहा कि केवल आई.टी.क्षेत्र में ही 2 करोड़ लोगों को नौकरी मिल सकती है। उन्होंने आई.टी.उद्योग और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण निर्माण कंपनियों का आव्हान किया कि वे भोपाल और जबलपुर में निवेश करें। मध्यप्रदेश और केन्द्र सरकार की परस्पर भागीदारी से नये युग की शुरूआत होगी।
केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि श्री मोदी के नेतृत्व की सरकार काम करने वाली सरकार है। उन्होंने प्रधानमंत्री जन धन योजना की चर्चा करते हुए कहा कि एक साथ पूरे देश में 70 स्थान पर इसकी शुरूआत हुई थी और सिर्फ 10 दिनों में 4 करोड़ खाते खोले गये। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों से संवाद के लिये स्थापित ”माय गव” mygov.nic.in प्लेटफार्म में सिर्फ 15 दिन के भीतर ढ़ाई लाख सुझाव आये। एक नया आधुनिक भारत उभर रहा है। डिजिटल इण्डिया, फाइबर ऑप्टिकल नेटवर्क से गाँव-गाँव में इंटरनेट पहुँचेगा। ई-शिक्षा, ई-हेल्थ, ई कॉमर्स जैसी नई परियोजनाएँ आ रही हैं। श्री प्रसाद ने कहा कि भारतीय प्रतिभा और सूचना प्रौद्योगिकी के गठजोड़ से भारत का भविष्य बनाने की सोच लेकर भारत आगे बढ़ रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम से नया भारत गढ़ने के लिये केन्द्र सरकार 30 हजार करोड़ उपलब्ध करवायेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की डिजिटल इण्डिया की सोच को मध्यप्रदेश साकार करेगा। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश आज देश में आर्थिक विकास और कृषि विकास में सबसे आगे है। उन्होंने कहा कि राज्य की सर्वोच्च प्राथमिकता है कि हर युवा को रोजगार मिले। उन्होंने इंदौर में आयोजित ग्लोबल इंवेस्टर समिट की चर्चा करते हुए कहा कि 28 देश के राजदूत और वाणिज्यिक दूत भाग लेने आ रहे हैं। देश के सभी प्रमुख औद्योगिक घरानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी इसका उदघाटन करेंगे।
श्री चौहान ने कहा कि हर क्षेत्र में निवेश के लिये प्रदेश तैयार है। श्री चौहान ने युवाओं का आव्हान किया कि वे आगे आयें, राज्य सरकार उन्हें पूरा सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि इस क्लस्टर के बनने से 50 हजार युवा को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के ”मेक इन इण्डिया” के अभियान को सफल बनाने के लिये राज्य में ”मेक इन मध्यप्रदेश” अभियान शुरू किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य की नई बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग नीति में इस क्षेत्र में आने वाले कंपनियों के लिये 20 शहर में भूमि चिन्हित की गयी है। इसमें 12वीं पास युवा को भी रोजगार मिलेगा। श्री चौहान ने युवाओं का आव्हान किया कि वे सफल उद्यमी के रूप में रोजगार देने वाले बनें। इसके लिये राज्य सरकार मुख्यमंत्री युवा उद्यमी और मुख्यमंत्री युवा कॉन्ट्रेक्टर योजना में एक करोड़ रूपये तक की पूंजी उपलब्ध करवायेगी।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का पहला राज्य है जिसने इलेक्ट्रॉनिक मेन्यूफेक्चरिंग क्लस्टर के लिये हवाई अड्डे के निकट भूमि उपलब्ध कराई है। कनाडा के महा वाणिज्यिक दूत ने भी प्रदेश को आई.टी.और कृषि में निवेश का आदर्श राज्य बताया है।
सांसद श्री आलोक संजर ने कहा कि देश और प्रदेश की सरकारें जनसेवी सरकारें हैं। उनका एकसूत्रीय कार्यक्रम जनता की अधिक से अधिक सेवा करना है। उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक मेन्यूफेक्चरिंग क्लस्टर से युवाओं को रोजगार के नये अवसर मिलेंगे।
विधायक श्री विश्वास सारंग ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अधोसंरचना विकास के साथ ही अंत्योदय कल्याण कार्यक्रमों के क्रियान्वयन में सर्वश्रेष्ठ कार्य किये हैं। उन्होंने बताया कि इस क्लस्टर और आई.टी. पार्क में 12 हजार 500 युवा को प्रत्यक्ष और लगभग 50 हजार से अधिक को परोक्ष रूप से रोजगार मिलेगा।
विधायक श्री सुरेन्द्र नाथ सिंह, श्री विष्णु खत्री, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मीणा हिम्मत सिंह गोयल, भोपाल चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष श्री कैलाश अग्रवाल, भारत सरकार में आई.टी. के संयुक्त सचिव श्री अजय कुमार और बड़ी संख्या में आई.टी. और इलेक्ट्रॉनिक के विद्यार्थी उपस्थित थे।
स्वागत उदबोधन सचिव सूचना प्रौद्योगिकी मध्यप्रदेश शासन श्री हरिरंजन राव ने दिया। आभार प्रदर्शन मध्यप्रदेश स्टेट इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन के प्रबंधक संचालक श्री एम. शेलवेन्द्रन ने किया।