नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। भारत सरकार के ‘मेक-इन-इंडिया’ अभियान के लिए अपनी प्रतिबद्धता जारी रखते हुए पैनासोनिक अप्लायंसेस इंडिया ने विनिर्माण के 30 साल पूरे होने का जश्न मनाया एवं अपने मौलिक देश-जापान को राईस कुकर का निर्यात प्रारंभ किया।
कम्पनी के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब स्थानीय स्तर पर निर्मित कोई किचन उपकरण जापान को निर्यात किया गया है। पैनासोनिक चेन्नई स्थित कारखाने में राईस कुकर का उत्पादन करती है।
वर्तमान में पैनासोनिक अप्लायंस 43 देशों को निर्यात करता है तथा इन देशों से इसे 30 प्रतिशत राजस्व प्राप्त होता है। राईस कुकर का कॉन्सेप्ट जापान में शुरु हुआ। अब यह भारत में निर्मित करके, ‘मेड इन इंडिया’ के स्टांप के साथ जापान को निर्यात किया जाता है, जिससे इसकी क्वालिटी प्रमाणित हो जाती है।
अगले 3 सालों में यह जापान एवं अन्य देशों के साथ अपने निर्यात का विस्तार करेगा और 60 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य तय करेगा।
भारत में अपनी शुरुआत से ही पैनासोनिक अप्लायंसेस रचनात्मकता के सिद्धांत पर कार्य कर रहा है। स्थानीयकरण एवं उत्पादों की बढ़ती उपयोगिता पर मजबूत केंद्रण के साथ पैनासोनिक अप्लायंसेस का उद्देश्य ऐसे उत्पाद निर्मित करना है, जो टेक्नॉलॉजी, इनोवेशन एवं डिजाईन का मिश्रण हों तथा बुद्धिमान भारतीय उपभोक्ताओं की जीवनशैली के अनुरूप हों।
इसी विजन के साथ पैनासोनिक अप्लायंसेस ने 1988 में चेन्नई में इंडो मात्सुशिता अप्लायंसेस के रूप में भारत में प्रवेश किया और यह तब से ही राईस कुकर, मिक्सर ग्राईंडर, वेट ग्राईंडर जैसे उत्पाद प्रदान कर रहा है। विकास की यात्रा जारी रखते हुए पीएपीआईएन का उद्देश्य अगले तीन सालों में भारत में किचन अप्लायंसेस में 5 से 10 प्रतिशत वर्ष दर वर्ष वृद्धि से कम पेनेट्रेशन दर की तुलना में 50 प्रतिशत वृद्धि हासिल करना है। लगातार बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कंपनी अगले 5 सालों में प्लांट की क्षमता बढ़ाने की योजना बना रही है।
पैनासोनिक अध्यक्ष एवं सीईओ (इंडिया एवं साउथ एशिया) मनीष शर्मा ने कहा, “पैनासोनिक कॉपोर्रेशन का सामरिक उद्देश्य बहुत साफ है । इसने भारत को ऑफशोर डेवलपमेंट हब के रूप में चुना है। भारत हमारे लिए न केवल अप्लायंस के पोर्टफोलियो का विकास करने के लिए बल्कि इनोवेशन, आरएण्डडी एवं निर्यात के लिए भी महत्वपूर्ण है। पीएपीआईएन की उपलब्धि अप्लायंस पोर्टफोलियो के लिए हमारी प्रतिबद्धता के बारे में बहुत कुछ बयां करती है। हमने सदैव उन्नत टेक्नॉलॉजी एवं विकसित उत्पाद प्रदान करने का प्रयास किया है, जो हर किसी के लिए एक बेहतर जिंदगी व बेहतर दुनिया का निर्माण करें।”
पैनासोनिक अप्लायंसेस इंडिया कंपनी लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हिडेनोरी असो ने कहा, “यह पैनासोनिक के लिए महत्वपूर्ण अवसर है। हम विश्व में अपने 100 साल पूरे होने का जष्न मना रहे हैं और साथ ही भारत में राईस कुकर के एकमात्र निमार्ता के रूप में हमारे तीस साल पूरे हो रहे हैं। राईस कुकर के प्रथम निमार्ताओं के रूप में हमें यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि यह कॉन्सेप्ट हमने जापान में निर्मित किया, मांग का विकास किया और फिर विभिन्न देशों के अनुरूप इसे अनुकूलित किया। परिणामस्वरूप राईस कुकर में 8 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है और भारत में 7 लाख यूनिट्स की सेल्स के साथ यह भारतीय रसोई का महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। आज हम जापान सहित 44 देशों में निर्यात करते हैं। हम जल्द अफ्रीका, ब्रिटेन , फ्रांस, आस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड जैसे देशों में नए बाजार तलाशेंगे।”
किचन अप्लायंसेस के लिए बढ़ती मांग का फायदा उठाते हुए पैनासोनिक राईस कुकर एमसी03 को ‘मिनी कुकर’ भी कहा जाता है। यह जापान को निर्यात किया जाने वाला एक बहु उपयोगी उत्पाद है और इसमें न केवल चावल, बल्कि अन्य व्यंजन, जैसे नूडल्स भी बनाए जा सकते हैं। यह तीन अलग-अलग रंगों- सफेद, मेटलिक पिंक एवं मेटलिक सिल्वर में आता है। यह राईस कुकर 0.3 लीटर की क्षमता में उपलब्ध है।