पेरिस, 12 जून (आईएएनएस)। फ्रांस की एक अदालत ने शुक्रवार को वेश्यावृत्ति से संबंधित दलाली के एक मामले में अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पूर्व प्रमुख डॉमिनिक स्ट्रॉस-कान को बरी कर दिया।
बीबीसी की रपट के मुताबिक, स्ट्रॉस-कान (66) पर लील के एक होटल में वेश्यावृत्ति के कथित गिरोह के लिए वेश्याएं लाने में सहायता करने का आरोप था।
पूर्व आईएमएफ प्रमुख के साथ इस मामले में 13 अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया था।
स्ट्रॉस-कान ने हालांकि स्वीकार किया कि वे भोग-विलास में लिप्त रहते थे, लेकिन वह हमेशा कहते रहे कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस तरह की पार्टियों में मौजूद महिलाओं को पैसे दिए जाते हैं।
स्ट्रॉस-कान के खिलाफ यह मामला चार साल से चल रहा था। उनके खिलाफ दुष्कर्म की कोशिश का भी मामला चल रहा था, जिसे 2012 में वापस ले लिया गया था।
वेश्याओं ने कुछ पार्टियों में उनके विलासी व्यवहार की बात कही थी। लेकिन स्ट्रॉस-कान ने कहा कि उनके खिलाफ ‘अभद्र गतिविधियों’ के कारण मुकदमा नहीं चल रहा था।
मुकदमे को बंद किए जाने के समय लील के अभियोजक फ्रेडेरिक फीवर ने अदालत से कहा कि वे (अदालतें) दंड संहिता के अनुसार काम करती हैं, न कि नैतिक संहिता के अनुसार।
फीवर ने कहा कि न तो जांचकर्ता और न ही गवाह अदालत में यह साबित कर पाए हैं कि वह दोषी हैं।
इससे पहले छह में से पांच अभियोगियों ने उनके खिलाफ लगाए गए आरोप वापस ले लिए थे।