कोहिमा/आईजोल, 15 जून (आईएएनएस)। पूर्वोत्तर के तीन ईसाई बहुल राज्यों नगालैंड, मिजोरम तथा मेघालय में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी दलों ने केंद्र सरकार के नए मवेशी व्यापार व वध नियमों का विरोध किया है।
नगालैंड में सत्ताधारी नगा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने मंगलवार को कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार को लोगों के खानपान की आदतों पर पाबंदी थोपने से पीछे हटना होगा।
एनपीएफ रिजोल्यूशन कमेटी के संयोजक सेबास्टियन जुमवू ने कहा, “हमने राज्य सरकार को सलाह दी है कि वह केंद्र सरकार को आहार संबंधी आदतों पर प्रतिबंध लगाना बंद करे।”
वहीं मिजोरम में भाजपा नेतृत्व वाली नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के घटक दल मिजो नेशनल फ्रंट ने भी केंद्र सरकार के पशु क्रूरता रोकथाम (मवेशी बाजार का विनियमन) कानून, 2017 के तहत अधिसूचना का विरोध किया है।
एमएनपी के अध्यक्ष पु जोरमथंगा ने आईएएनएस से कहा, “हम केंद्र सरकार के नए नियमों को स्वीकार नहीं करेंगे। मिजोरम की शत फीसदी आबादी बीफ तथा पोर्क (सुअर का मांस) खाती है। वे कानून को किसी अन्य राज्य में लागू कर सकते हैं, लेकिन मिजोरम में लोग बीफ या पोर्क खाना बरकरार रखेंगे, क्योंकि यह हमारा मुख्य आहार है।”
वहीं मेघालय में केवल भाजपा के सहयोगी दल ही नहीं, बल्कि पार्टी के सदस्य भी नियमों के खिलाफ हैं और यहां तक कि इसके विरोध में पार्टी तक छोड़ चुके हैं।
एक विशेष सत्र में मेघालय विधानसभा में सकार ने सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया और केंद्र सरकार से नए नियम को फौरन वापस लेने को कहा।