अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ के प्रजाति उत्तरजीविता आयोग में बिल्ली प्रजाति के वन्यजीवों के विशेषज्ञ डॉ. फेंग लिमिन का कहना है कि यह पहला मौका है जब हाल के वर्षो में चीन में दो लुप्तप्राय प्रजाति के वन्यजीवों की संख्या निर्धारित हुई है।
बीजिंग नॉर्मल यूनिवर्सिटी में वन्यजीव विज्ञान विशेषज्ञ फेंग के मुताबिक, 10 साल के प्रयास के बाद चीन करीब 20,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक के क्षेत्र में फैले इस प्रजाति के वन्यजीवों पर निगरानी के लिए नेटवर्क स्थापित कर पाया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिलिन के हनचन और इसके आसपास के क्षेत्रों में कम से कम 27 जंगली साइबेरियाई बाघ और 42 अमूर तेंदुए रहते हैं। शोधकर्ताओं ने 1,200 से अधिक कैमरों की मदद से इस प्रजाति के वन्यजीवों के पैरों के निशान व इनके बारे में अन्य आनुवांशिक जानकारी एकत्र की।
फेंग ने कहा कि जांच के ये नतीजे पिछले अनुमान से अधिक हैं। 21वीं सदी की शुरुआत में किए गए सर्वेक्षण में पूरे विश्व में अमूर तेंदुओं की संख्या 25 और 35 के बीच बताई गई थी।
फेंग का कहना है कि इन नतीजों से लुप्तप्राय प्रजातियों की सुरक्षा की दिशा में अभूतपूर्व प्रगति का पता चलता है।
फेंग का कहना है कि इन लुप्तप्राय प्रजातियों की आबादी चीन-रूस सीमा के आसपास के सीमित क्षेत्रों में ही पाई जा सकती है। उनका यह भी कहना है कि इनके प्राकृतिक वास के विस्तार से इनकी संख्या बढ़ाने में मदद मिलेगी।