अगरतला, 2 मार्च (आईएएनएस)। त्रिपुरा सरकार महिला पुलिस कर्मियों की संख्या बढ़ाएगी। यह संख्या कुल पुलिसकर्मियों की संख्या की एक तिहाई होगी। यह जानकारी राज्य के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने सोमवार को दी।
300 नई महिला सिपाहियों की पासिंग आउट परेड में माणिक सरकार ने कहा, “मौजूदा समय में महिला पुलिस कर्मियों की संख्या कुल पुलिस बल का 10 फीसदी है और कुल सिपाहियों में 13 फीसदी संख्या महिला सिपाहियों की है। हमारी सरकार का लक्ष्य इस संख्या को बढ़ाकर 30 फीसदी करना है।”
उन्होंने कहा, “15 साल पहले पुलिस बल में महिलाओं की संख्या केवल दो फीसदी थी। महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों से निपटने के लिए महिला पुलिसकर्मियों और अधिकारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है।”
त्रिपुरा सरकार पहले ही चार महिला पुलिस थाना स्थापित कर चुकी है और जल्द ही पांच और पुलिस थाने स्थापित किए जाएंगे।
माणिक सरकार राज्य के गृहमंत्री की भी जिम्मेदारी संभालते हैं। उन्होंने कहा, “महिला पुलिस कर्मियों की अतिरिक्त भर्ती और महिला पुलिस थानों के अलावा राज्य सरकार ने महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों की जांच करने के लिए गंभीर कदम उठाए हैं।”
300 नई महिला सिपाहियों को केटीडी सिंह पुलिस प्रशिक्षण एकेडमी में 39 हफ्तों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह एकेडमी राजधानी अगरतला से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
केटीडी पुलिस प्रशिक्षण एकेडमी के प्रधानाचार्य कृष्णेंदु चक्रवर्ती ने कहा कि महिला सिपाहियों को नौ माह की प्रशिक्षण अवधि के दौरान 18 कोर्सो में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
प्रशिक्षण विषयों में आतंकवाद रोधी, आपदा प्रबंधन और मानव अधिकार जैसे विषय शामिल हैं।
चक्रवर्ती ने कहा, “हम अकादमी में जल्द ही डीएसपी (उप पुलिस अधीक्षक) स्तर के अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू करेंगे। बीपीआर एंड डी (पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो) ने अपने भारत दर्शन कार्यक्रम के लिए एकेडमी का चयन किया है।”
इन 300 महिला सिपाहियों में ज्यादातर की उम्र 18 से 27 साल के बीच है। इस पद के लिए आवश्यक न्यूनतम योग्यता आठवीं से दसवीं पास थी, लेकिन 33 महिलाएं ऐसी हैं जो स्नातक अथवा परास्नातक हैं, जबकि 86 महिलाएं आदिवासी समुदायों से आती हैं।