बैतूल, 21 जून (आईएएनएस)। आम तौर पर पुलिस को कठोर दिल और बेरहम माना जाता है, लेकिन उसका दिल भी नरम होता है। इसका उदाहरण पेश किया है मध्य प्रदेश के बैतूल जिले के थानेदारों ने। उन्होंने थाने में ही प्रेमी-युगल की शादी करा दी।
मामला भेंसदेही थाना क्षेत्र का है, यहां के भीमकुंड निवासी अजब राव उइके और चौपना गांव की निवासी प्रियंका काकोड़िया के बीच अरसे से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन परिवार वाले तैयार नहीं थे।
दो दिन पहले अजब और प्रियंका अपने घरों से गायब हो गए। प्रियंका के परिजनों ने थाने में बेटी के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान पुलिस को मामला अपहरण का नहीं प्रेम-प्रसंग का होने की जानकारी मिली।
भेंसदेही थाने में महिलाओं की समस्या के निराकरण के लिए बनाई गई महिला उर्जा डेस्क की सेवंती परते ने शुक्रवार को आईएएनएस को बताया कि, प्रियंका के परिजनों द्वारा थाने में की गई शिकायत की जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि, अजब और प्रियंका एक ही समाज के हैं और दोनों विवाह कर साथ रहना चाहते हैं। लेकिन दोनों के परिवार राजी नहीं है।
इस पर पुलिस ने दोनों परिवार के सदस्यों की काउंसिलिंग की और उन्हें शादी के लिए राजी किया।
गुरुवार को पुलिस थाना परिसर में ही विवाह समारोह का आयोजन किया गया, वर-बधु ने एक दूसरे के गले में वरमाला डाली और पूरे विधि-विधान के साथ उनका विवाह संपन्न कराए जाने के बाद विदा कर दिया गया । इस मौके पर नव दंपत्ति को पुलिस की ओर से उपहार में पौधे दिए गए।
उप-निरीक्षक परते के अनुसार, अजब राव जहां महाविद्यालय में पढ़ाई कर रहा है, वहीं प्रियंका 12वीं पास है। दोनों के परिवार इस शादी के विरोध में थे, कई बार उनके बीच मारपीट भी हो चुकी थी। प्रियंका के परिजनों ने उसे नाबालिग बताते हुए अपहरण की शिकायत की थी, जबकि वह बालिग है।