नई दिल्ली, 4 फरवरी (आईएएनएस)। किफायती विमानन कंपनी स्पाइसजेट 2014 के मध्य का आकार और कारोबारी स्तर हासिल करना चाहती है।
कंपनी के यात्रियों के नाम लिखे गए एक पत्र में स्पाइसजेट के मुख्य संचालन अधिकारी संजीव कपूर ने लिखा है कि 2014 के मध्य में कंपनी का जो आकार और कारोबारी स्तर था, कंपनी उसे फिर से हासिल करने की योजना पर काम कर रही है। यह पत्र कंपनी की एक इन हाउस पत्रिका में प्रकाशित हुआ है।
संकट में फंसने से पहले कंपनी दूसरी सबसे बड़ी घरेलू विमानन कंपनी थी और इसकी बाजार हिस्सेदारी 21 फीसदी थी। कपूर के मुताबिक कंपनी इस स्थान को फिर से हासिल करना चाहती है।
कपूर ने कहा, “अच्छा समाचार यह है कि इसे लिखते समय कंपनी स्वामित्व बदलने की प्रक्रिया में है और सह-संस्थापक अजय सिंह की प्रमोटर के रूप में कंपनी में वापसी हो रही है और इसके साथ ही कंपनी में पूजी का निवेश हो रहा है।”
15 जनवरी को कंपनी के बोर्ड ने कलानिधि मारन को नियामकीय मंजूरी के बाद कंपनी में अपनी हिस्सेदारी अजय सिंह को बेचने की अनुमति दे दी।
अजय सिंह ने 2005 में भूपेंद्र कंसाग्रा के साथ कंपनी की स्थापना की थी। सिंह, कंसाग्रा और संपत्ति खरीद विशेषज्ञ विलबर रोस ने 2010 में अपनी हिस्सेदारी सन समूह कलानिधि मारन को बेच दी थी।
कपूर ने इस आरोप का खंडन किया कि सरकार से कंपनी को कोई राहत मिली है।