हरदेव सनोत्रा
हरदेव सनोत्रा
सेंट पीटर्सबर्ग, 20 जून (आईएएनएस)। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूछा है कि क्या जिस व्यक्ति ने देशभर में योग की सनक पैदा कर दी है और 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, क्या वह खुद योग करते हैं?
पुतिन ने यह सवाल आईएएनएस के संवाददाता से पूछी, जिनसे उन्होंने 11 अन्य देशों की समाचार एजेंसियों के पत्रकारों के साथ मुलाकात की।
जब उन्हें बताया गया कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने योग के लिए अलग से मंत्रालय शुरू किया है तो उनका पहला सवाल था, क्या मोदी स्वयं योग करते हैं?
योग के लिए अलग से मंत्रालय पर संदेह जताते हुए पुतिन ने कहा कि आखिर हर कोई यह क्यों करेगा? उन्होंने उत्सुकता जताई कि क्या जो व्यक्ति दुनियाभर में योग का प्रसार करना चाहता है, वह स्वयं योग करता है?
उन्हें बताया गया कि वह संभवत: करते हैं, हालांकि उन्हें यह सार्वजनिक स्थान पर करते नहीं देखा गया, इस पर उन्होंने मुस्करा कर जवाब दिया, “सच में?”
पुतिन सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल इकॉनॉमिक फोरम के दूसरे दिन की समाप्ति के बाद मध्यरात्रि को पत्रकारों से मिलने के दौरान पूछे गए सवाल पर कहा, “वह अच्छे इंसान हैं और मेरे निजी मित्र हैं।”
उन्होंने आईएएनएस के एक सवाल कि उन्हें और मोदी दोनों को सख्त नेता के रूप में देखा जा रहा है, इस सवाल पर उन्होंने कहा, “यह सच नहीं है।”
पुतिन ने अपने आधिकारिक आवास पर कहा, “मैं सख्त नहीं हूं। मैं हमेशा समझौते के लिए तैयार रहता हूं।”
उन्होंने कहा कि अक्सर दूसरा पक्ष कठोर रुख अपनाता है।
पुतिन ने कहा, “वे कहते हैं कि उनके पास दो राय हैं। पहला कि वे सही है। दूसरा कि मैं गलत हूं।”
सवाल-जवाब सत्र मध्यरात्रि को दो बजे समाप्त हुआ, पुतिन से इस संवाददाता ने पूछा कि क्या वे कुछ और सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं, क्योंकि राष्ट्रपति हमेशा ऐसे मुलाकातों के लिए उपलब्ध नहीं होते।
उन्होंने अपनी भौंहें ऊंची करते हुए कहा, “क्या आपका दिमाग काम नहीं कर रहा?”
पुतिन ने कहा, “आप जितने सवाल पूछना चाहते हैं, पूछिए, मैं सभी का जवाब दूंगा। हालांकि, अंत में उन्होंने सिर्फ दो सवाल ही लिए।”
इसके बाद उन्होंने एक-एक कर हर किसी से हाथ मिलाया, जब उनसे पूछा गया कि क्या वह हर दिन दो बजे तक जगे रहते हैं, उन्होंने कहा, “हां, ऐसा अक्सर होता है।”
पुतिन अपने आवास के जिस तीसरी मंजिल पर पत्रकारों से मिले, वहां कुर्सियों की संख्या 13 थी। संभवत:, इसलिए उन्होंने 12 पत्रकारों से मिलने का फैसला किया था।
पुतिन जब भी सेंट पीटर्सबर्ग में होते हैं, इसी आधिकारिक आवास में रुकते हैं, जिसमें बोरिस येल्तसिन डिजिटल पुस्तकालय मौजूद है।
अंत में सभी 12 पत्रकारों को पुस्तकालय की मानद सदस्यता का कार्ड दिया गया जो कि 100 साल तक वैध है।