भोपाल :राजधानी में पानी सप्लाई व्यवस्था पर 70 करोड़ रुपए खर्च होने के बावजूद कई क्षेत्रों में पानी की किल्लत हो रही है। कुछ स्थानों से कम दबाव और कम मात्रा में पानी मिलने की शिकायतें है तो कुछ स्थानों से पानी सप्लाई वितरण का समय बगैर सूचना के बदले जाने से लोगों में नाराजगी है। वहीं जिन स्थानों पर नर्मदा प्रोजेक्ट से सप्लाई है, वहां भी अब कम प्रेशर से पानी आने की बात लोग कह रहे हैं। इधर, नगर निगम पानी सप्लाई व्यवस्था निजी हाथों में सौंपने की तैयारी में है। इसी तरह चुनाव आचार संहिता खत्म होने पर कोलार पाइप लाइन बदलने के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है।
नए शहर में खास तौर पर माता मंदिर, तुलसी नगर, शिवाजी नगर में सरकारी इमारतों में ऊपरी तल पर रहने वालों का कहना है कि पिछले एक माह से प्रेशर कम हुआ है। इस कारण उन्हें दो या तीन फ्लोर उतर कर पानी ले जाना पड़ रहा है। वहीं जवाहर चौक, शास्त्री नगर, मालवीय नगर के रहवासी इस बात को लेकर परेशान है कि सप्लाई के समय वाल्व आधा खुला रखने से पानी ढलान तरफ यानि नीचे उतर जाता है। उन्हें पानी नहीं मिल पाता जबकि नए शहर में रोजाना कोलार प्रोजेक्ट से पानी की सप्लाई हो रही है।