इस्लामाबाद, 6 मार्च (आईएएनएस)। कराची के स्वामी नारायण मंदिर में होली समारोह में शामिल होने के लिए आने वाले हिंदुओं की रक्षा करने और एकजुटता दिखाने के लिए रक्षा दल का गठन किया गया है।
डॉन की रपट के मुताबिक, नेशनल स्टूडेंट्स फेडरेशन (एनएसएफ) ने शुक्रवार को रक्षा दल के गठन का आयोजन किया। इस कार्य का उद्देश्य पाकिस्तान में विभिन्न धार्मिक और जातीय समूहों के बीच आपसी सह-अस्तित्व और सहयोग को बढ़ावा देना है।
एनएसएफ ने इस कार्यक्रम की जानकारी का प्रसार करने के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग किया और धार्मिक सहिष्णुता पर अपना दृष्टिकोण साझा करने और इस आयोजन में भाग लेने वालों को ‘ई-विटेशन (इंटरनेट द्वारा भेजे जाने वाले आमंत्रण पत्र)’ भेजे।
एनएसएफ के एक सदस्य ने इस संगठन को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अयूब खां के समय के ‘प्रगतिशील बामपंथी संगठन’ के रुप में वर्णित किया।
एनएसएफ के एक सदस्य फबाद हसन ने कहा, “जब हमने इमामबाड़ा में शिया समुदाय के साथ एकजुता दिखाई तो पेशे से चिकित्सक जयपाल छाबरिया हमसे जुड़े और हमारे साथ खड़े हुए, इसलिए यह एक निष्पक्ष समूह है। इसी प्रकार का शिष्टाचार हम पाकिस्तान में विभिन्न प्रकार के अभियोजनों का सामना करने वाले पकिस्तानी हिंदुओं के प्रति रखते हैं।”
उन्होंने हिंदू मंदिरों को अपवित्र करने, उनकी लड़कियों का मर्जी के खिलाफ धर्म परिवर्तन करने, धार्मिक प्रथाओं और संस्कृति पर प्रतिबंध का हावाला देते हुए कहा कि यही कारण है कि हम हिंदुओं की रक्षा के लिए एकजुट हुए हैं।
उन्होंने कहा, “समाज को बदलाव दिखाने होंगे, और इन बदलावों का हिस्सा बनना होगा। अगर आज आप किसी के अधिकार के लिए खड़े नहीं हो सकते, तो कल आपको भी निशाना बनाया जाएगा और तब कोई भी आपके अधिकार के लिए खड़ा नहीं होगा।”