इस्लामाबाद, 26 अप्रैल (आईएएनएस)। पाकिस्तान की पुलिस ने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में एक सिख राजनीतिज्ञ की हत्या के मामले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
सिख राजनीतिज्ञ की हत्या कथित तौर पर पैसे देकर करवाई गई है।
समाचार एजेंसी एफे की मंगलवार की रपट के मुताबिक, पुलिस ने कहा है कि बुनेर जिले में बीते शुक्रवार को अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री सरदार सोरन सिंह की हत्या उनके प्रतिद्वंद्वी राजनीतिज्ञ बलदेव कुमार ने करवाई है।
पुलिस उप महानिरीक्षक आजाद खान ने सोमवार को कहा कि बलदेव कुमार ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफपार्टी (पीटीआई) से एक सीट की मांग की थी, लेकिन उनकी जगह वह सीट सरदार सोरन सिंह को मिल गई और यही उनकी हत्या की वजह बन गया।
पुलिस ने कहा कि तालिबान द्वारा हत्या की जिम्मेदारी लेने की बात गलत है।
समाचार पत्र ‘द नेशन’ की एक रपट के मुताबिक, आरोपियों को उस वक्त पकड़ा गया, जब पुलिस अधिकारियों को एक संदिग्ध के बारे में सुराग मिला। पूछताछ के दौरान उसने हत्या में शामिल अपने अन्य साथियों के बारे में पुलिस को बता दिया।
धार्मिक नेताओं ने इस हत्या की निंदा की है और आतंकवाद तथा सांप्रदायिक हिंसा के खिलाफ अभियान चलाने का संकल्प लिया है।
वे सोरन सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए पाकिस्तान उलेमा काउंसिल द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान समूह को संबोधित कर रहे थे।
धार्मिक नेता हाफिज मोहम्मद ताहिर अशरफी ने कहा कि सोरन सिंह ने पाकिस्तान के लिए अपने परिवार का बलिदान कर दिया। पाकिस्तान छोड़ने की बात न मानने पर उनकी पत्नी ने उन्हें तलाक दे दिया था और वह भारत में जाकर बस गई थीं।
सोरन सिंह की मौत से लोग सन्न रह गए थे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने ट्वीट किया था, “सरदार सोरन सिंह; अदम्य साहस के लिए आपको हमेशा याद किया जाएगा।”
तहरीक-ए-इंसाफ अध्यक्ष इमरान खान ने मुस्लिम बहुसंख्यक देश में सिख अल्पसंख्यक समुदाय के अधिकारों की वकालत करने वाले सोरन सिंह के सम्मान में दुकानों को बंद रखने का आह्वान किया।