नई दिल्ली, 10 जुलाई (आईएएनएस)। केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने रविवार को पाकिस्तान पर कश्मीर में मारे गए हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के समर्थकों को उकसाने का आरोप लगाया।
नायडू ने साथ ही चेतावनी दी कि पाकिस्तान के रवैये को देखते हुए भारत अपनी नीति पर पुनर्विचार कर सकता है।
नायडू ने कहा, “हमारे पड़ोसी से प्रेरित कुछ लोग व्यवधान पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। इससे कुछ हासिल नहीं होगा।”
नायडू ने कहा, “भारत पाकिस्तान के साथ मिलकर काम करने को सहमत है और वह उसके साथ दोस्ती रखना चाहेगा। लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसी हरकतें जारी रखेगा तो भारत को अपनी नीति के बारे में सोचना पड़ेगा। पाकिस्तान को ऐसी रणनीतियां छोड़ देनी चाहिए।”
नायडू ने जोर देकर कहा कि कश्मीर भारत का एक अभिन्न अंग है और इस मुद्दे पर किसी प्रकार की बातचीत या चर्चा का कोई सवाल नहीं उठता।
सुरक्षा बलों द्वारा शुक्रवार को हिजबुल मुजाहिदीन आतंकवादी वानी और उसके दो सहयोगियों को मार गिराने के बाद दक्षिणी कश्मीर के अनंतनाग, पुलवामा, शोपियां और कुलगाम जिलों में और बाद में घाटी के अन्य जिलों में भी हिंसा शुरू हो गई।
वानी को शनिवार को उनके पैतृक गांव शरीफाबाद (त्राल) में दफनाया गया, जहां हजारों लोग कर्फ्यू तोड़कर उसके जनाजे में शामिल हुए थे।
नायडू ने कहा, “वानी हिजबुल मुजाहिदीन का कमांडर था। किसी भी भारतीय को ऐसे लोगों के साथ सहानुभूति कैसे हो सकती है? यह देखकर हैरानी हो रही है कि कुछ लोग एक आतंकवादी के साथ सहानुभूति जता रहे तथाकथित प्रदर्शनकारियों का समर्थन करने की कोशिश कर रहे हैं।”
मंत्री ने कहा, “आतंकवाद और हिंसा किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है।”
उन्होंने कहा, “केंद्र और राज्य साथ मिलकर स्थिति संभालेंगे। जम्मू एवं कश्मीर की स्थिति जल्द से जल्द सामान्य कर ली जाएगी।”
वानी की हत्या के विरोध में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच बड़े पैमाने पर हुई झड़पों के बाद कश्मीर घाटी में कर्फ्यू लगा दिया गया।
कश्मीर घाटी में हिंसा में मरने वालों की संख्या रविवार को बढ़कर 19 हो गई है।