इस्लामाबाद, 12 मई (आईएएनएस)। पाकिस्तान में मंगलवार को एक और अपराधी को फांसी दे दी गई। उसे 16 साल पहले फांसी की सजा सुनाई गई थी।
समाचार-पत्र ‘डॉन’ की वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, हत्या के दोषी सौलत मिर्जा को बलूचिस्तान की माछ जेल में फांसी दी गई।
पाकिस्तान सरकार ने 16 दिसंबर को पेशावर के सैनिक स्कूल पर हुए आतंकवादी हमले के बाद मृत्युदंड पर लगा प्रतिबंध हटा लिया था, जिसके बाद सौलत की फांसी के लिए पहले 19 मार्च की तारीख तय की गई थी।
लेकिन, 19 मार्च के सौलत की फांसी के कुछ घंटों पहले टीवी चैनलों पर एक वीडियो जारी हुआ था, जिसमें सौलत ने मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के प्रमुख अल्ताफ हुसैन और अन्य एमक्यूएम सदस्यों पर अपराध में संलिप्त होने का आरोप लगाया था।
सौलत ने हत्यारों और उनके कथित संरक्षकों की अधिक जानकारी देने के लिए और समय की मांग थी, जिसके बाद राष्ट्रपति ममनून हुसैन ने तुरंत उसकी फांसी तीन दिनों के लिए रोक दी थी।
कुछ दिनों बाद सौलत की फांसी को और आगे बढ़ाया गया, क्योंकि आधिकारी उसके बयान के संबंध में उससे पूछताछ करना चाहते थे।
सौलत के बयान के संबंध में 10 सदस्यीय टीम ने उससे पूछताछ की थी और आखिरकार यह निष्कर्ष निकाला था कि उसके खुलासों से कोई भी ऐसी जानकारी नहीं मिली है, जिस पर कार्रवाई की जाए और जिससे न्यायिक प्रक्रिया में सहायता मिले।
इसके बाद, दो मई को एक निचली अदालत ने तीसरी बार मिर्जा की फांसी के लिए वारंट जारी करके 12 मई को उसकी फांसी की तारीख तय की थी।