लाहौर, 18 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) अध्यक्ष व विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ सोमवार को संयुक्त जांच दल (जेआईटी) के समक्ष पेश हुए। जेआईटी 2014 के लाहौर फायरिंग मामले की जांच कर रहा है, जिसमें 14 लोग मारे गए थे।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, जेआईटी ने मामले में बयान दर्ज करने के लिए शरीफ को समन किया था।
जेआईटी का गठन पंजाब प्रांत के गृह विभाग ने इस साल की शुरुआत में इस हादसे की नए सिरे से जांच शुरू करने के लिए किया।
पंजाब पुलिस द्वारा पाकिस्तान अवामी तहरीक (पीएटी) के प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर की गई फायरिंग में 17 जून 2014 को कम से कम 14 लोग मारे गए। इनमें दो महिलाएं भी शामिल थीं।
शहर के मॉडल टाउन इलाके में पीएटी सचिवालय के बाहर बैरिकेड हटाने के संघर्ष के दौरान करीब 100 कार्यकर्ता घायल भी हो गए थे।
पीएटी प्रमुख ताहिर-उल कादरी तब से मामले में न्याय की मांग कर रहे हैं और मामले में स्वतंत्र व निष्पक्ष जांच के लिए इस अभियान में शामिल सभी पुलिसकर्मियों के निलंबन की मांग कर रहे है।
यह घटना शहबाज शरीफ के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री रहने के दौरान हुई थी।