इस्लामाबाद, 10 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी को सोमवार को देश की भ्रष्टाचार रोधी संस्था ने फर्जी बैंक खातों के मामले में गिरफ्तार किया।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) अधिकारियों के 15 सदस्यीय दल ने पुलिस कर्मियों के साथ पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के सह अध्यक्ष को इस्लामाबाद के उनके आवास से गिरफ्तार किया।
जरदारी के आवास की तरफ जाने वाली सड़कों को पुलिस ने अवरुद्ध कर दिया था।
इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (आईएचसी) की खंडपीठ द्वारा जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर की याचिका को खारिज कर देने के कुछ घंटे बाद यह गिरफ्तारी हुई। यह याचिका अंतरिम जमानत को बढ़ाने को लेकर दोनों लोगों की तरफ से दायर की गई थी।
यह मामला दोनों नेताओं द्वारा कथित फर्जी बैंक खातों के जरिए अपनी निजी कंपनियों को कथित तौर पर में करोड़ों रुपये के लेन-देन से जुड़ा है।
उच्च न्यायालय ने आदेश जारी करते हुए एनएबी अधिकारियों को जरदारी और फरयाल तालपुर की गिरफ्तारी की अनुमति दी। अदालत के फैसले के बाद महिला अधिकारियों सहित पुलिस कर्मियों ने पूर्व राष्ट्रपति के घर में प्रवेश किया।
डॉन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्व राष्ट्रपति के लिए वारंट रविवार को जारी किए गए थे, लेकिन तालपुर के लिए कोई भी वारंट अभी जारी नहीं किया गया है।
जियो न्यूज के मुताबिक, जरदारी को ब्यूरो के बंदीगृह में रखे जाने की संभावना है। जरदारी व तालपुर के पास अब आईएचसी के फैसले के खिलाफ शीर्ष अदालत में अपील करने का विकल्प है।